
Stem Cell Transplant: कैंसर एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी में सही समय पर ठीक इलाज मिलने से मरीज की जान बचाई जा सकती है। कैंसर कई तरह का होता है और इसका ही एक प्रकार है ब्लड कैंसर। ब्लड कैंसर का इलाज सामान्य कैंसर की तुलना में ज्यादा मुश्किल माना जाता है। इस गंभीर बीमारी के इलाज में आखिरी उम्मीद स्टेम सेल ट्रांसप्लांट (Stem Cell Transplant in Hindi) है। डीकेएमएस बीएमएसटी फाउंडेशन इंडिया के मुताबिक लगभग 80 प्रतिशत ब्लड कैंसर के मरीजों में यह इलाज सफल माना जाता है। स्टेम सेल ट्रांसप्लांट बिना सर्जरी के किया जाने वाला इलाज है। स्टेम सेल तकनीक से ब्लड कैंसर के इलाज में इसकी सफलता काफी हद तक स्टेम सेल के मिलान और सही मात्रा में स्टेम सेल ट्रांसफ्यूजन पर निर्भर करती है। आइये विस्तार से जानते हैं स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के बारे में।
क्या है स्टेम सेल ट्रांसप्लांट?- What is Stem Cell Transplant in Hindi
स्टेम सेल ट्रांसप्लांट ब्लड कैंसर का आखिरी इलाज माना जाता है। इस इलाज में डॉक्टर मरीज के स्टेम सेल की पहचान करने के बाद डोनर के स्टेम सेल से इसे मैच करते हैं। स्टेम सेल मैच करने के बाद डोनर के ब्लड से एफेरेसिस तकनीक से इसे अलग किया जाता है। ब्लड कैंसर को लेकर जागरूकता की कमी के कारण इस इलाज के बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है और आसानी से डोनर भी नहीं मिल पाते हैं। डीकेएमएस बीएमएसटी फाउंडेशन इंडिया के सीईओ पैट्रिक पॉल कहते हैं कि स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के जरिए न सिर्फ ब्लड कैंसर बल्कि कई अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। इस इलाज में मरीज के शरीर में मौजूद खराब स्टेम सेल्स को निकालकर हेल्दी स्टेम सेल्स डाले जाते हैं। स्टेम सेल ट्रांसप्लांट तभी ठीक हो सकता है, जब डोनर का एचएलए टाइप मरीज के एचएलए टाइप से मैच करता हो।
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राजीव गांधी कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र, नई दिल्ली के हेमेटो-ऑन्कोलॉजी विभाग में सीनियर कंसलटेंट डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कहा, "ब्लड कैंसर भारत में एक गंभीर चुनौती के रूप में उभरा है। इस बीमारी में स्टेम सेल ट्रांसप्लांट एक नई उम्मीद की तरह है। स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के जरिए अब तक हजारों मरीजों की जान बचाई गयी है। लेकिन स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के जरिए इलाज करने में सबसे बड़ी बाधा मरीज और डोनर का मैच खोजना है। डोनर की कमी के कारण यह इलाज आसानी से लोगों को नहीं मिल पाता है। ल्यूकेमिया, लिम्फोमा, या मल्टीपल मायलोमा जैसी गंभीर स्थितियों में भी स्टेम सेल ट्रांसप्लांट एक प्रभावी इलाज है।"
स्टेम सेल क्या होता है?- What is Stem Cell in Hindi
स्टेम सेल ब्लड में मौजूद एक सेल है। यह बोन मैरो, ब्लड समेत कई अन्य अंगों में पाया जाता है। मरीज और डोनर का स्टेम सेल मैच करने के बाद ही डॉक्टर मरीजों में स्टेल सेल ट्रांसप्लांट या स्टेम सेल थेरेपी करते हैं। समान टिश्यू टाइप या एक जैसे स्टेम सेल को खोजना आसान नहीं होता है। मरीज के रिश्तेदारों में भी 30 प्रतिशत मरीजों को अपने मैच का स्टेम सेल मिल पाता है। परफेक्ट डोनर मिलने के बाद यह इलाज आसान हो जाता है।
कितना सुरक्षित है स्टेम सेल डोनेशन?
स्टेम सेल डोनेशन पूरी तरह से सुरक्षित होता है। यह ब्लड डोनेशन की तरह ही होता है। स्टेम सेल डोनेट करने के बाद शरीर पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ता है। जानकारी और जागरूकता की कमी के कारण लोगों में इसको लेकर कयी तरह की भ्रांतियां हैं। लेकिन यह डोनेशन पूरी तरह से सुरक्षित होता है। स्टेम सेल डोनेट करने के बाद किसी तरह के नुकसान का खतरा नहीं रहता है।
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