मोच और खिंचाव के बीच के अंतर को समझें

एक ही तरह दिखने वाली समस्यायें – मोच और खिंचाव में बहुत अंतर है, जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
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मोच और खिंचाव के बीच के अंतर को समझें


मोच और खिंचाव एक ही तरह की चोट हैं और दोनों में बहुत हद तक समानता भी है। लेकिन दोनों में बहुत अंतर है और दोनों का प्रभाव भी अलग-अलग है। मोच और खिंचाव दोनों तभी होते हैं जब मांसपेशियों और लिगामेंट्स में चोट लग जाये। एक जैसे दिखने वाले इन चोटों को आप एक नहीं कह सकते हैं। इस लेख में इन दोनों के बीच के अंतर के बारे में हम आपको बता रहे हैं।

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मोच या स्प्रेन

हमारे जोड़ों खासकर हाथ या पैर में जब भी खिंचाव होता है तब हम यही कहते हैं मोच आ गई। मोच तब आती है जब लिगामेंट यानी स्नायु का खिंचाव होता है या फिर यह क्षतिग्रस्त हो जाती है। लिगामेंट शरीर के जॉइंट या हड्डियों के जोड़ों के ऊतकों को कहते हैं। मोच अक्सर कलाई, अंगूठा, घुटना और टखने में आती है।

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खिंचाव या स्ट्रेन

यह समस्या किसी मांसपेशी में खिंचाव के कारण होती है। यह तंतु यानी टेंडन में चोट के कारण भी होती है। तंतु ऊतकों की बनी रेशेदार धागेनुमा रचना है जो मांसपेशियों को को हड्डी से जोड़ती है। स्ट्रेन की जगह मोच की जगह से अलग होती है और इसके नाम भी अलग हैं। हेम्स्ट्रिंग में खिंचाव होना, यह वे मांसपेशियां हैं जो पैरों के पिछले हिस्से में होती हैं और कूल्हे और घुटने से जुड़ी होती हैं। गेस्ट्रोक्नीमियस और सोलस में खिंचाव, ये घुटने से एड़ी तक जुड़ी मांसपेशियां हैं। क्वाड्रिसेप्स में खिंचाव, ये मांसपेशियां जांघ के सामने होती हैं। लुंबर में खिंचाव, ये मांसपेशियां कमर में पाई जाती हैं।

कितने दिन तक रहती है ये समस्या  

मोच या खिंचाव दोनों बहुत ही दर्दनाक स्थिति हैं। इन दोनों में ठीक होने की अवधि भी अलग-अलग है। मोच अगर है तो वह कुछ दिन या दो से तीन सप्ताह में ठीक हो सकता है। जबकि खिंचाव का उपचार अधिक दिनों तक चलता है। खिंचाव को ठीक होने में दो सप्ताह से लेकर छ: महीने तक का समय लग सकता है।

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किसे अधिक समस्या होती है

हालांकि यह समस्या किसी को भी हो सकती है लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जिनको मोच और खिंचाव होने की संभावना अधिक रहती है। एथलीट, डांसर, शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय लोगों को इस प्रकार की चोटें अधिक लगती हैं। मोटापा और कमजोर मांसपेशियों के कारण मोच और खिंचाव का खतरा अधिक बढ़ जाता है।

इस तरह की समस्या होने पर अधिक से अधिक आराम करें। चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें और उसके निर्देशों का पालन करें।

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Image Source- Shutterstock

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