
World Badminton Championship: भारत की सबसे पसंदीदा बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक पीवी सिंधु वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियन में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। गोल्ड जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप-2019 (World Badminton Championship 2019) के फाइनल में भारत की बेटी पीवी सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को हराकर वर्ल्ड चैंपियन बन गई हैं। स्विट्जरलैंड के बासेल में हुआ यह खिताबी मुकाबला सिंधु ने 38 मिनट में 21-7, 21-7 से अपने नाम कर लिया। पीवी सिंधु 2018, 2017 में रजत और 2013, 2014 में कांस्य पदक जीती थीं। आखिरकार उन्होंने अपने पांचवे प्रयास में यानी 2019 का खिताब जीतने में कामयाब रहीं।
उनकी इस जीत का जश्न पूरे देश में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश के सभी बड़े नेताओं ने उन्हें बधाई दी है। इसके अलावा खेल जगत की हस्तियों और फिल्मी सितारों ने भी सिंधु की इस बड़ी जीत की बधाई और शुभकामनाएं दी है।
पुसरला वेंकट सिंधु, जिन्हें पूरी दुनिया पी.वी. सिंधु के नाम से जानती है, भारत की सबसे पसंदीदा बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक है। 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर पदक अपने नाम कर सिंधु ओलंपिक सिल्वर पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं थीं।
5 जुलाई 1995 को हैदराबाद में जन्मीं सिंधु ने 8 साल की उम्र से बैडमिंटन खेलने की शुरुआत की थी। उन्हें उनके कोट पुलेला गोपीचंद ने ट्रेन किया और बाद में सिंधु ने उनकी एकेडमी ज्वाइन कर ली। सिंधु के माता-पिता वॉलीबॉल खिलाड़ी हैं लेकिन बैडमिंटन सिंधु को नई ऊंचाईयों पर ले गया या यू कहें कि वह भारत को बैडमिंटन में नई ऊंचाईयों पर ले गईं।
सिंधु एक आत्मनिर्भर और मेहनती खिलाड़ी हैं, जिन्होंने लगातार साबित किया है कि वह एक विश्व स्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।
इसे भी पढ़ेंः डायबिटीज, मोटापे और लिवर की समस्या को दूर करता है सत्तू, जानें इसके 7 स्वास्थ्य लाभ
पी.वी. सिंधु फिटनेस (P.V. Sindhu fitness)
- मेडल और प्रसिद्धी दोनों आसानी से नहीं मिलते। पी.वी. सिंधु ने अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाएं रखने के लिए खुद को बखूबी ट्रेन किया है और अपने फिटनेस स्तर को बनाए रखा है।
- उनका दिन तड़के साढ़े तीन बजे शुरू होता है और वह दिन में छह से आठ घंटे वर्कआउट करती हैं।
- धैर्य और ताकत को बढ़ाने के लिए वह रोजाना मिश्रित वर्कआउट करती हैं। जिसमें दिन में 400 मीटर के दो से तीन सेट और एक दिन छोड़कर एक दिन ढाई किलोमीटर की दौड़ शामिल है।
- सिंधु रोजाना 100 पुश अप और 200 सिटअप करती हैं। सप्ताह में कुल 600 पुशअप और 2400 एब्स एक्सराइज करती हैं ताकि वह अपनी मांसपेशियों और अपने शरीर को मजबूत रख सकें।
- अगर आप सोचतें हैं कि यह काफी है तो आप बिल्कुल गलत हैं। सिंधु इन एक्सरसाइज के साथ, योग, प्रणायाम, कपालभाती और तैराकी भी करती हैं।
- ट्रेनिंग का उनका पहला सेशन सुबह साढ़े चार बजे शुरू होता है और सात बजे तक चलता है, इस दौरान उनके साथ उनके कोच होते हैं। आपने सिंधु को कभी उनके कोच के बगैर नहीं देखा होगा।
- पहला सेशन खत्म होने के बाद सुबह का नाश्ता सात बजे होता है।
- उसके बाद उनका अगला सेशन सुबह आठ बजे शुरू होता है और करीब दो घंटे तक चलता है।
- प्रेक्टिस टाइम दोपहर करीब 12 बजे होता है और यह बिल्कुल एक असली मैच की तरह चलता है।
- शाम के वक्त सिंधु फिर दो घंटे जिम में जाकर पसीना बहाती हैं।
इसे भी पढ़ेंः दिन में कितने केले खाना आपके लिए है फायदेमंद, जानें एक केले में कितना होता है पोषण
पी.वी. सिंधु का डाइट सीक्रेट (P.V. Sindhu Diet Secret)
- सिंधु अपनी डाइट में संतुलित कार्ब और प्रोटीन पर ध्यान देती हैं। इसके साथ वह भरपूर मात्रा में पानी पीती हैं।
- सिंधु नाश्ते में दूध, अंडे और फलों का सेवन करती हैं।
- लंच में सिंधु मीट के साथ कुछ सब्जियां और चावलों का प्रयोग करती हैं।
- अपने वर्कआउट सेशन के दौरान सिंधु हमेशा एक छोटा कटोरा फ्रूट, थोड़े ड्राई फ्रूट और एक बोतल जूस साथ रखती हैं।
- रात के खाने में वह बिना कार्ब वाला खाना खाती है। सिंधु ग्रिल्ड मीट और सब्जियां खाती हैं।
- उनके मैच के दिन उनका डाइट चार्ट बिल्कुल अलग होता है।
पी.वी. सिंधु देश और दुनिया के लाखों लोगों की प्रेरण है । उनका टैलेंट और कड़ी मेहनत उन्हें कोर्ट और मैदान में दूसरों से बेहतर बनाता है।
Read More Articles On Healthy Diet in Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।