
भारत को दुनियाभर में एक अलग ही दर्जा प्राप्त है, जिसके बारे में ज्यादातर लोग जानते ही होंगे। ऐसा ही कुछ है यहां रहने वाले माता-पिता के बारे में, जो उन्हें दुनिया के दूसरे माता-पिता से थोड़ा अलग करता है और अलग भी बनाता है। हमारे माता-पिता कैसे भी हो फिर चाहे वे सख्त, उदार, रूढ़िवादी या फिर खुले विचारों वाले हों हम उन्हें अपनी दिल की गहराईयों से प्यार करते हैं। लेकिन कुछ चीजें हैं, जो हमारे माता-पिता को देसी बनाती है। आप चाहे देश के किसी भी कोने में क्यों न रहते हों अगर आपने ये बातें अपने माता-पिता के मुंह से सुनी हैं तो जान लीजिए कि आपके माता-पिता बिल्कुल देसी हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं आखिर ये 7 चीजें।
अपना लंच बॉक्स जरूर वापस लाना
हर कोई जानता है कि हमारी मां हमसे कितना प्यार करती है और ये प्यार हमेशा बरकरार रहता है लेकिन स्कूल के वक्त मां का प्यार कुछ ज्यादा ही होता है। खासकर जब मां बड़े प्यार से टिफिन पैक करती है। अक्सर स्कूल जाते वक्त मां को आपने ये कहते जरूर सुना होगा कि लंचबॉक्स वापस जरूर लाना। जब भी हम लंच ले जाते हैं तो हमारी मां की सबसे बड़ी चिंता यही होती है कि हम लंच वापस ले आएं। अगर गलती से लंचबॉक्स स्कूल में रह गया या फिर खो गया तो खैर मनाइए कि घर जाते ही पिटाई न हो।
अभी संघर्ष करोगे तभी बाद में मजे लोगे
क्या आपने अपने माता-पिता से ये बातें सुनी हैं कि बेटा सिर्फ 12वीं तक अच्छे से पढ़ लें फिर आगे की लाइफ तेरी सेट है। अगर हां तो निश्चित रूप से आपने ये भी सुना होगा कि बेटा कॉलेज में मन लगाकर पढ़ियों फिर आगे सब ठीक हो जाएगा और उसके बाद बेटा जॉब अच्छे से करेगा तो आगे लाइफ बन जाएगी। और आप तो जानते हैं कि आगे कभी खत्म नहीं होता...
इसे भी पढ़ेंः WHO ने जारी किए 6 खास पेरेंटिंग टिप्स, जानें घर में हर उम्र के बच्चों के साथ पेश आने का सही तरीका
शर्मा या गुप्ता जी के लड़के को देखों
हममें से किसी को ये पता नहीं होगा कि हर कॉलोनी में शर्मा जी या गुप्ता जी का लड़का कहां से आ जाता है, जिसके हमेशा हमारे से ज्यादा नंबर आते हैं। जब भी इस बात को लेकर बहस होती है तो निश्चित रूप से एक घंटे का लेक्चर कहीं नहीं गया और इस लेक्चर में हमें ये बताया जाता है कि हम उसकी तरह कैसे बनें।
जब हम तुम्हारी उम्र में थे
जब भी हम कुछ करने में असफल हो जाते हैं तो निश्चित रूप से ये डाायलॉग हम सभी को सुनने मिलता है कि"हम भी कभी तुम्हारी उम्र के थे और उस टाइम हम सब कर लेते थे। खैर, हर भारतीय माता-पिता ये मानते हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं है जो उनका बच्चा नहीं कर सकता है। आखिरकार, उन्होंने भी उस उम्र में खुद ऐसा ही किया था।
एक रोटी और खा ले कितना पतला हो गया है
हॉस्टल या किसी अन्य जगह से घर वापस लौटने पर हमारी मा खुद अपने हाथ से खाना खिलाने तक बैठ जाती हैं या फिर हमारे सामने बैठकर ही हमें खाना खिलाती हैं। उनका पसंदीदा बहाना होता है कि मेरा राजा बाबू कितना पतला हो गया है, एक रोटी और खा ले।
इसे भी पढ़ेंः कोरोनावायरस के कारण आप भी करवाएं बच्चों को होमस्कूलिंग, पेरेंटिंग एक्टपर्ट ज्योतिका बेदी ने बताए टिप्स
सुबह जगाने के लिए नए तरीके ढूंढना
सुबह होते ही पंखे को बंद करना और हमारे ऊपर से कंबल, रजाई या फिर चादर को खींचना ऐसे कुछ हथकंडे हैं, जिनका उपयोग कर भारतीय मां अपने बच्चों को जगाती हैं। बस अपनी मां को बताएं कि आपको सुबह 7 बजे उठना है और वह आपको सुबह 6 बजे ही जगा देगी और कहेगी कि सुबह के 8 बज गए है। खैर, भारतीय मां हमेशा भारतीय मां ही रहेंगी।
घर की वैल्यू
जब भी किसी बात को लेकर बहस होती है तो हमारी मां का पसंदीदा डायलॉग होता है कि जब घर से दूर जाएगा तब घर की वैल्यू पता चलेगी। इसमें कोई दो राय नहीं है कि वास्तव में अपने घर की वैल्यू वहां से निकलने के बाद ही मालूम पड़ती है।
Read more articles on Tips For Parents in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version