
क्या : एक तकनीक जिसमें मोबाइल के माध्यम से ही डॉक्टर किसी मरीज या समुदाय के स्वास्थ्य की निगरानी कर सकते हैं।
क्यों : कोरोना वायरस से जारी जंग में अहम योगदान।
कोरोना वायरस महामारी ने हमारी दुनिया को बहुत हद तक बदलकर रख दिया है। सबसे ज्यादा चुनौतियां और बदलाव हेल्थ केयर इंडस्ट्री में सामने आए हैं। अब तक स्वास्थ्य समस्याएं होने पर हमारे पास डॉक्टर के पास जाकर जांच कराने या हॉस्पिटल में जाकर भर्ती होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। लेकिन कोरोना वायरस महामारी के समय में हजारों डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने से और हजारों लोग संक्रमित डॉक्टर्स के संपर्क में आने से कोविड-19 बीमारी का शिकार हुए हैं।
ऐसे में एक ऐसी तकनीक की जरूरत बहुत ज्यादा थी, जिसमें डॉक्टर मरीज के स्वास्थ्य की निगरानी दूर से ही कर सके और इलाज कर सके। इसी जरूरत को महसूस करते हुए बेंगलुरू की टर्टल शेल टेक्नोलॉजीज ने एक ऐसा हेल्थ मॉनीटरिंग डिवाइस बनाया है जिससे मोबाइल के माध्यम से ही डॉक्टर किसी मरीज या पूरे समुदाय के स्वास्थ्य की निगरानी कर सकते हैं। इस डिवाइस को Dozee नाम दिया गया है। Turtle Shell Technologies की इसी खोज के चलते उन्हें OMH Healthcare Heroes अवॉर्ड में 'पेशेन्ट केयर' कैटेगरी के लिए नॉमिनेट किया गया है।
क्यों खास है Turtle Shell Technologies का डिवाइस Dozee
कोरोना वायरस महामारी के समय में सबसे ज्यादा खतरा लोगों के एक-दूसरे के संपर्क में आने से है। चूंकि कोरोना वायरस के लक्षण कई सामान्य बीमारियों से मिलते हैं, इसलिए लोग सामान्य लक्षणों के चलते घबराकर हॉस्पिटल पहुंचते और इस वजह से भी संक्रमित होते रहे। चूंकि कोरोना वायरस के फैलने का सबसे ज्यादा खतरा हॉस्पिटल में मरीजों के संपर्क में आने वाले डॉक्टर्स, नर्सेज और स्टाफ को है, इसलिए टर्टल शेल टेक्नोलॉजी के द्वारा बनाया गया ये डिवाइस बेहद खास है।
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बिना मरीज के संपर्क में आए उसकी सेहत पर रख सकते हैं नजर
इस डिवाइस को एक आईआईटीयन (IITian) मुदित दंडवते ने बनाया है। दरअसल ये एक सेंसरयुक्त पतली सी शीट है, जिसे आप अपने चादर या गद्दे के नीचे बिछा सकते हैं और ये डिवाइस आपकी सेहत से जुड़े अपडेट्स एप पर ट्रांसफर करता रहेगा, जिसे मोबाइल के जरिए डॉक्टर देखकर मरीज की स्थिति का पता लगा सकते हैं। इस डिवाइस की खोज तो 2019 के मध्य में हुई थी, लेकिन किसी को नहीं पता था कि आगे चलकर कोरोना वायरस महामारी के समय में ये डिवाइस कितनी कारगर और जरूरी साबित होगा। हॉस्पिटल के बेड्स में इस तकनीक का इस्तेमाल करके डॉक्टर्स एक साथ कई मरीजों पर नजर रख सकते हैं, वो भी बिना उनके संपर्क में आए।
स्थित गंभीर होने से पहले ही डॉक्टर और मरीज को कर देगा एलर्ट
डोजी में ये खास टेक्नोलॉजी है कि वो बीमारी के आने से पहले ही डॉक्टर्स को एलर्ट कर सकता है। ये कोरोना के उन मरीजों के लिए विशेष फायदेमंद है जो एसिम्पटोमैटिक (बिना लक्षणों वाले) या माइल्ड सिम्पटोमैटिक (हल्के लक्षणों वाले) हैं। मुदित ने ओनलीमाय हेल्थ को बताया, "अगर हम डोज़ी की मदद से किसी बीमारी का पहले से ही पता लगा सकते हैं, तो डॉक्टर को इस बीमारी के शरीर में रिएक्ट करने तक इंतजार नहीं करना है।"
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डिवाइस के सेंसर्स हैं पावरफुल
इस डिवाइस के सेंसर इतने पावरफुल हैं कि टेस्ट के दौरान 18 इंच मोटे गद्दे के नीचे लगाने पर भी इसके रिजल्ट्स सटीक दिखे। ये डिवाइस बॉडी के माइक्रो वाइब्रेशन्स के जरिए शरीर में हो रही लगभग सभी गतिविधियों पर नजर रख सकती हैं। ऐसी बेहतरीन खोज के लिए ओनलीमायहेल्थ मुदित और उनकी टीम के लोगों को सैल्यूट करता है।
अगर आपको मुदित और उनकी टीम के अथक परिश्रम से बनाए गए इस डिवाइस का महत्व समझ आता है और आप उनकी इस खोज के लिए उन्हें धन्यवाद कहना चाहते हैं, तो अपना कीमती वोट उन्हें जरूर दें।
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