इंफर्टिलिटी, प्रजनन प्रणाली की वह समस्या है जिसके कारण किसी महिला के गर्भधारण में विकृति आ जाती है। आमतौर पर महिलाओं में इंफर्टिलिटी का सबसे सामान्य कारण पीरियड्स में गड़बड़ी होता है। लेकिन कई बार किसी दुर्घटनावश या गर्भपात के कारण भी ऐसा होता है। इसके अलावा कोई अंदरूनी गंभीर चोट, हार्मोंस में बदलाव और हार्मोंस में असंतुलन भी महिलाओं में इंफर्टिलिटी की स्थिति पैदा कर देता है।
महिलाओं में इंफर्टिलिटी
लेकिन एक नए अध्ययन से यह बात समाने आई हैं कि बहुत ज्यादा काम करने या शिफ्ट में काम करना महिलाओं में इंफर्टिलिटी का नंबर वन कारण है। यह बात हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के लेखक ऑड्रे गास्किंस और दूसरी रिपोर्टों के अनुसार पता चली है।
शोध के अनुसार
रिपोर्ट के अनुसार, भारी काम और लंबे समय तक शारिरिक तनाव दोनों ही कारणों में गर्भवती होने की कोशिश वाली महिला की क्षमता पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। गास्किंस और अन्य शोधकर्ताओं ने शोध में पाया कि लगभग 44 प्रतिशत महिलाएं अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त है और 22 प्रतिशत महिलाएं पहले या अभी भी धूम्रपान करती हैं। और इनमें से 16 प्रतिशत अलग-अलग शिफ्ट में काम करती है और अधिकांश विशेष रूप से रात में काम करती है।
शोध के परिणाम
शोधकर्ताओं ने यह भी समझाया कि कुछ काम करने की स्थिति से गर्भवती होने में संघर्ष की संभावना को बढ़ा देता है। रात की शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को गर्भ धारण करने में अपेक्षाकृत अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसकी वजह उनकी बॉडी क्लॉक में होने वाले बदलाव, खाने और सोने की अनियमितता हो सकती है जो शरीर में हार्मोन के निर्माण, ब्लड प्रेशर आदि को प्रभावित करती है।
रात की शिफ्ट या अधिक काम के दौरान भी अगर खानपान और एक्सरसाइज पर ध्यान दिया जाए तो इस खतरे को कुछ हद तक कम भी किया जा सकता है। लेकिन इसके साथ गर्भधारण के लिए संघर्ष कर रही महिलाओं को काम के सही घंटों को चुनना होगा। और अगली बार बच्चे के लिए योजना बना रहीं महिला को स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह से काम के अच्छे विकल्प चुनने होगें।
इस लेख से संबंधित किसी प्रकार के सवाल या सुझाव के लिए आप यहां पोस्ट/कमेंट कर सकते हैं।
Image Source : Getty
Read More Articles on Womens Health in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version