
नोरोवायरस एक प्रकार का कीड़ा होता है जिसका वायरस यदि शरीर में प्रवेश कर जाएं तो उल्टियां होती हैं। यह कीड़ा इंग्लैंड में सबसे अधिक पाया जाता है, जो सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा फैलता है। हालांकि यह किसी भी मौसम में हो सकता है। इस संक्रामक वायरस के कारण गंभीर उल्टी और दस्त की समस्या होती है। कुछ अध्ययनो से पता चला है कि ये वायरस कीटनाशकों की वज़ह से फैल सकता है, तो चलिये जानें कि नोरोवायरस क्या है, इसके जोख़िम क्या हैं और यह किस प्रकार फैल सकता है। यह वायरस बेहद तेजी से फैलता है और इससे संक्रमित होने पर फ्लू जैसे लक्षण नजर आते हैं जिनमें पेट दर्द तथा उल्टी भी शामिल होते हैं।
कीटनाशकों से कैसे फैलता है नोरोवायरस
किसानों द्वारा कीटनाशकों के मिश्रण को पतला करने के लिए प्रयोग किये जाने वाला गंदा पानी नोरोवायरस फैला सकता है। दरअसल किसान कीटनाशकों के मिश्रण को पतला करने के लिए कुओं, सिंचाई होदियों, नदियों, और झीलों जैसे स्रोतों से पानी लेते हैं। और इन सभी पानी के स्रोतों में नोरोवायरस भरे होते हैं।
भोजन के माध्यम से भी फैलता है नोरोवायरस
नोरोवायरस अपके भोजन के माध्यम से भी फैल सकता है। नोरोवायरस रेस्तरां में बनाए गए और डिब्बे बंद खाद्य पदाथों में हो सकता है। क्योंकि इन खाद्य पदार्थों में कई सारी अलग-अलग सामग्री होती हैं, नोरोवायरस किस खाद्य पदार्थ से शरीर में गया है, पता लगाना मुश्किल होता है। कई प्रकार के तैयार खाने व खाद्य पदार्थों जैसे, सलाद, सैंडविच, बर्फ, कुकीज़, और फल भी इसके लिए जोखिम कारक बन सकते हैं। यदि खाने के बाद उल्टी या दस्त की समस्या हो तो यह नोरोवायरस संक्रमण के कारण भी हो सकता है। ज़रूरी नहीं कि इस संक्रमण के लक्षण तुरंत दिखाई दें, हो सकता है कि कुछ दिनों बाद आपको इसके लक्षणों का अनुभव हो।
ध्यान रहे कि भोजन को गर्म करना इस वायरस से छुटकारा पाने के लिए पर्याप्त नहीं होता। नोरोवायरस 140 डिग्री फेरनहाइट तक ताप पर जीवित रह सकते हैं। यह वायरस ठंड से जमाने पर भी जीवित रह सकता है।
नोरोवायरस संक्रमण का प्रकोप
अमेरिका के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों येलोस्टोन तथा ग्रांड टेटोन में नोरोवायरस विषाणु गंभीर रूप से फैल गया था। उस समय इस संक्रमण की चपेट में आकर तकरीबन 200 लोग पेट की समस्याओं से पीड़ित हो गए थे। वायरस के खतरे को देखते हुए दोनों राष्ट्रीय उद्यानों के प्रशासन ने स्वास्थ्य चेतावनी भी जारी की थी। इस चेतावनी के तहत प्योनिंग स्थित पार्क में जाने वाले सैलानियों को अच्छे से हाथ धोने की सलाह दी गई थी ताकि नोरोवायरस का संक्रमण ओर अधिक ना फैल सके। पार्क प्रशासन ने रेस्तरां तथा होटल इत्यादि को भी साफ रखने के निर्देश दिये थे तथा संक्रमित पार्क कर्मियों को ठीक हो जाने के 72 घंटों तक अलग-थलग रहने के लिए कहा था।
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