हर रोग से छुटकारा दिलाती है मुंह की लार, जानें कैसे?

मुंह में बनने वाली लार हमारी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है इस बारे में शायद हमने कभी सोचा भी नहीं होगा। लेकिन फ्री में मिलने वाली यह दवा आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाए रखने में मददगार होती है, आइए जानें कैसे।
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हर रोग से छुटकारा दिलाती है मुंह की लार, जानें कैसे?

रात में सोने से पहले दांतों को साफ करके सोएं और सुबह उठकर बिना कुल्ला किये थूक का प्रयोग करें .....ये मुंह की लार हमारे शरीर के सर्वोत्तम है। शायद आपको यह बात सुनकर घिन आ रही होगी! लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि मुंह में बनने वाली लार हमारी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है इस बारे में हम कभी ध्यान ही नहीं देते। लेकिन अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए तो मुंह का स्वाद बरकरार रखने से लेकर कई तरह की बीमारियां और संक्रमण का खतरा हो सकता है। साथ ही यह आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाए रखने में मददगार होती है।

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मुंह की लार यानी सेहत का खजाना

जी हां, मुंह की लार एंटीसेप्टिक होती है। वह रोगों की सबसे अच्‍छी दवा हैं, जो आपको फ्री में मिलती हैं। जिसके असंतुलन के कारण ही आज व्यक्ति कई रोगों से ग्रस्त है। जबकि किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के मुंह में प्रतिदिन 1000 से 1500 मिलीलीटर लार बनती है जो मुंह में मौजूद कैविटी, हानिकारक बैक्टीरिया और बारीक भोजन के कणों को साफ करने में मदद करती है। लार में 'सलाइवा पैरोटिड ग्लैंड हार्मोन' (एसपीजीएच) पाया जाता है जो त्वचा से उम्र के प्रभावों को कम करते है और आप लंबे समय तक युवा दिख सकते हैं। साथ ही लार में लाइसोजाइम नामक एंटी-बैक्टीरियल तत्व और इम्यून प्रोटीन 'ए' होते हैं जो मसूढ़ों और गले को कई प्रकार के हनिकारक इंफेक्‍शन से बचाते हैं। आइए जानें फ्री में मिलने वाली यह दवा हमारे लिए कैसे फायदेमंद हैं।


आंखों के लिए अनमोल है मुंह की लार

अगर आप आंखों के नीचे काले घेरे से परेशान हैं तो सुबह मुंह की लार से धीरे-धीरे मालिश करें। कुछ ही दिनों में काले घेरे दूर हो जाएंगे। साथ सुबह की लार काजल की तरह आंखों में लगाने से, आंखों की रोशनी बढ़ती है। और चश्मा तक उतर जाता है। इसके अलावा इससे कंजक्टिवाइटिस की समस्‍या को दूर करने में भी मदद करती है। कंजक्टिवाइटिस में आंखें लाल हो जाती है। आंखों में काफी दर्द होता है और जलन के साथ खुजलाहट भी रहती है। आंखों से पानी आता रहता है। और आंखों में कीचड़ भी जमा होता रहता है। लेकिन अगर आप सुबह की लार अपनी आंखों में लगाएंगे तो 24 घंटे के भीतर आपकी आंखे ठीक हो जाती हैं।


त्‍वचा के लिए गुणकारी

किसी भी प्रकार का दाद हो, उस पर सुबह उठकर बिना मुहं धोये मुहं की लार लगाने से पुराने से पुराना दाद भी ठीक हो जाता है। साथ ही एक्जिमा, अन्‍य फोड़े-फुन्‍सी, मुंहासे ठीक करने में भी सुबह की लार का उपयोग किया जाता है। शरीर में होने वाले फोड़े-फुन्सियों या घाव के पश्‍चात जो दाग शेष रह जाते है उनको दूर करने में भी सुबह की लार बहुत काम आती है। शरीर में कही कट छिल गया हो, अथवा कोई घाव हो गया हो तो भी उसके लिए सुबह की लार बहुत फायदा करती है। यहां तक की लार डायबिटीज के रोगियों के घाव पर भी रामबाण की तरह काम करती है।

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पेट के लिए बेहद लाभदायक

कहते हैं सुबह की लार पेट के लिए बेहद लाभदायक होती है। इसमें टायलिन नामक एंजाइम पाया जाता है जो हमारी पाचन क्रिया को दुरुस्‍त रखती है। जब आप पानी पीते हैं तो रात भर मुंह में जमा लार पानी के साथ आपके पेट के अंदर जाती है। जो पेट के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। अगर आपका पेट अच्छा रहेगा तो और सब भी अच्छा, इसलिए सुबह की लार बेहद कीमती है। इसे यूं ही बर्बाद ना करें।


दांतों की रक्षा और सांसों की बदबू से छुटकारा

लार में सोडियम, पोटैशियम, फास्फेट, कैल्शियम, प्रोटीन, ग्लूकोज जैसे तत्व होते हैं जो दांतों को मजबूत बनाते हैं। इसमें मौजूद एंटीबॉडीज दांतों को हानिकारक संक्रमणों से बचाते हैं जिससे दांत सड़ते नहीं। यह दांतों पर सुरक्षा कवच की तरह काम करती है। कई बार मुंह में लार कम बनने से भी सांसों से बदबू की समस्या हो सकती है। मुंह में रह गए भोजन के कण और बैक्टीरिया कई बार इन्फेक्शन पैदा कर देते हैं जिससे भी सांसों से बदबू आती है। लार से इन कणों और बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करती है।

इस तरह मुंह की लार से हम मुफ्त में कई बीमारियों का इलाज कर सकते है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि इस लार में वो सभी 18 तत्‍व पाये जाते है जो मिट्टी में पाए जाते है। लेकिन बहुत अफसोस की बात हैं कि आज मनुष्य खुद ही अपना दुश्मन बनता जा रहा है। वह धूम्रपान और नशीले पदार्थों के चलते लार को खत्म करता जा रहा है। लार दूषित होने से, बाहर थूकने और मुंह सूखने जैसी तीन स्थितियों के कारण खत्म होती है। धूम्रपान से लार दूषित हो जाती है और असर नहीं करती। जर्दा, पान अन्य पदार्थ से बार-बार थूकने से लार जरूरत से ज्यादा बाहर निकलती है। वहीं तीसरा ड्रग आदि के प्रयोग से मुंह सूख जाता है और लार नहीं रहती। इसलिए लार को बचाने के लिए आपको इन सब आदतों को भी छोड़ना होगा।

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