आपने "डिटॉक्सिफिकेशन", "डिटॉक्स", "बॉडी डिटॉक्स" जैसे शब्द जरूर सुने होंगें। इन सभी का अर्थ एक ही है, शरीर में मौजूद गंदगी या अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना यानी दूसरे शब्दों में शरीर की सफाई करना। आमतौर पर जब हम डिटॉक्स की बात करते हैं, तो हमारा मतलब होता है खून की गंदगी को साफ करना। खून हमारे शरीर में हर समय दौड़ता है और हर अंग के प्रत्येक सेल तक जाता है। अगर इस खून में गंदगी होगी तो वो गंदगी सभी अंगों तक पहुंचा जाएगी। इसलिए खून को फिल्टर करना या डिटॉक्स करना बहुत जरूरी है। हमारे शरीर में अंदरूनी तौर पर खून को डिटॉक्स करने के लिए दो विशेष अंग होते हैं, किडनी और लिवर। लेकिन फिर भी बहुत सारे तत्व हमारे शरीर के अलग-अलग अंगों जैसे- किडनी, आंत, फेफड़े, लिम्फ, स्किन आदि में जमा हो जाते हैं। इन्हीं जमा तत्वों को बाहर निकालने की क्रिया डिटॉक्सिफिकेशन कहलाती है।
क्यों करें बॉडी डिटॉक्स?
वैसे तो आमतौर पर हर व्यक्ति को साल में 1 बार अपने शरीर को जरूर डिटॉक्स करना चाहिए। इसके अलावा भी शरीर के अलग-अलग अंगों में टॉक्सिन्स (गंदगी) जमा होने पर शरीर आपको बीमारियों के रूप में संकेत देता है कि बॉडी डिटॉक्स करो। इसलिए इन संकेतों को पहचानकर भी बॉडी को सही समय पर डिटॉक्स करना बहुत जरूरी है। ये संकेत इस प्रकार हैं-
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कैसे करें बॉडी डिटॉक्स?
आमतौर पर बॉडी डिटॉक्स करने के निम्न चरण होते हैं-
- सबले पहले उपवास के द्वारा शरीर के अंगों को थोड़ा आराम देना
- फिर लिवर को स्टिमुलेट करके गंदगी को बाहर निकालने के लिए प्रेरित करना
- आंतों, किडनी और त्वचा में जमा गंदगी को निकालने के लिए विशेष तरीके अपनाना
- ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के लिए जरूरी उपाय करना और
- दोबारा से अच्छी और हेल्दी चीजें खाकर शरीर को फिर से हेल्दी न्यूट्रिएंट्स से भरना

शरीर को डिटॉक्स करने का सही तरीका?
- सप्ताह में 1 दिन उपवास रखना।
- हर दिन 2.5 से 3 लीटर पानी पीना।
- खाने में नमक, चीनी, मैदा और तेल का इस्तेमाल कम से कम करना या कुछ चीजों को हमेशा के लिए छोड़ देना।
- जंक फूड्स और फास्ट फूड्स का सेवन न करना या कभी-कभार कर लेना।
- ज्यादा से ज्यादा नैचुरल फूड्स और कच्चे फल और सब्जियों का सेवन करना। हर दिन कम से कम 5 कप फल और सब्जियों का सेवन करना जरूरी है।
- सिगरेट और शराब की लत को पूरी तरह छोड़ देना।
- केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट्स जैसे- शैंपू, क्लींजर, टूथपेस्ट, साबुन, डियो, क्रीम्स आदि का इस्तेमाल बहुत कम करना या इनकी जगह नैचुरल चीजों का इस्तेमाल करना।
- तनाव के कारणों को पहचानकर उन्हें कम करना।
- हर दिन मेहनत या एक्सरसाइज के द्वारा ज्यादा से ज्यादा पसीना निकालना।
ऊपर बताए गए तरीकों को अगर आप अपनाते हैं, तो आपके शरीर में टॉक्सिन्स के जमा होने की संभावना बहुत-बहुत कम हो जाएगी और आपका शरीर ज्यादा स्वस्थ, ज्यादा फिट और चुस्त रहेगा।
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