पीठ, पेट और कमर में तेज दर्द का कारण है गुर्दे की पथरी, जानें लक्षण और बचाव का तरीका

यूरिन में कभी-कभार नमक और अन्य खनिज मिलकर छोटे-छोटे गुर्दे की पथरी विकसित करते हैं।  ये चीनी के दाने के आकार से लेकर पिंग-पोंग बॉल तक हो सकते हैं, लेकिन जब तक ये पेशाब में रुकावट का कारण नहीं बनते तब तक इनपर लोगों द्वारा कभी गौर नहीं किया जाता।   
  • SHARE
  • FOLLOW
पीठ, पेट और कमर में तेज दर्द का कारण है गुर्दे की पथरी, जानें लक्षण और बचाव का तरीका

रक्त से अपशिष्ट निकालकर हमारा गुर्दा (kidney) यूरिन (urine) यानी की मूत्र बनाता है। यूरिन में कभी-कभार नमक और अन्य खनिज मिलकर छोटे-छोटे गुर्दे की पथरी विकसित करते हैं।  ये चीनी के दाने के आकार से लेकर पिंग-पोंग बॉल तक हो सकते हैं, लेकिन जब तक ये पेशाब में रुकावट का कारण नहीं बनते तब तक इनपर लोगों द्वारा कभी गौर नहीं किया जाता। अगर ये बढ़ने लगे और पेशाब के रास्ते में बाधा पैदा करने लगे तो यह तेज दर्द का कारण बन सकते हैं। अगर आपको भी पेशाब के दौरान दर्द या फिर दिक्कत महसूस हो रही है तो आप पथरी के समस्या से जूझ रहे हैं इसलिए बेहतर होगा कि आप इसके लक्षणों को जानें ताकि आपको भविष्य में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े।

गुर्दे की पथरी के लक्षण (Kidney Stone Symptoms)

जब पथरी आपके पेशाब के रास्ते से गुजरती है तो आपको इस प्रकार के दिक्कतें आ सकती हैं।

  • पीठ, पेट, या कमर में तेज दर्द।
  • बार-बार या पेशाब के दौरान दर्द होना। 
  • पेशाब में खून आना
  • मतली और उल्टी होना। 
  • छोटी प्रकार की पथरी के लक्षण आमतौर पर नहीं होते हैं।

गुर्दे की पथरी या फिर कुछ और (Kidney Stone)

अगर आपको अचानक, पीठ या पेट में तेज दर्द होता है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। पेट में दर्द कई अन्य स्थितियों से जुड़ा हुआ है, जिसमें एपेंडिसाइटिस और एक्टोपिक गर्भावस्था जैसी आपात स्थिति शामिल हैं। पेशाब के दौरान दर्द होना भी पेशाब के रास्ते के संक्रमण या एसटीडी का एक आम लक्षण है।

इसे भी पढ़ेंः नाखून बताते हैं आप कौन सी बीमारी का हैं शिकार, जानें किस रंग के नाखून होते हैं बेहतर

गुर्दे की पथरी का निदान (Diagnosing Kidney Stones)

गुर्दे की पथरी जब तक दर्द शुरू न कर दे उससे पहले उसका उपचार बेहद ही दुर्लभ मामलों में होता है। ये दर्द मरीजों को अस्पताल भेजने के लिए पर्याप्त होता है, जहां पथरी की जांच के लिए विभिन्न टेस्ट किए जाते हैं। इसमें सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउं आदि शामिल है। गुर्दे की पथरी बनाने में शामिल खनिजों के उच्च स्तर को देखने के लिए खून की जांच भी की जाती है। 

गुर्दे की पथरी के लिए घरेलू देखभाल (Home Care for Kidney Stones)

अगर आपकी गुर्दे की पथरी बहुत छोटी है तो आपका डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाएं देगा और पथरी खुद से बाहर निकल जाए ऐसी कोई दवा देगा। ऐसे वक्त में आपका डॉक्टर आपको पर्याप्त पानी पीने की सलाह देगा ताकि आपका पेशाब साफ रहे। डॉक्टर आपको दिन में 10 गिलास पानी पीने की सलाह देगा।

इसे भी पढ़ेंः आपकी आंखें खोलती हैं आपके स्वास्थ्य से जुड़े कई राज, जानें क्या कहती हैं आपकी आंखें

कितनी छोटी पथरी हानिकारक नहीं  (Small Stone) 

अगर आपको छोटी पथरी होगी तो वह खुद ब खुद आपके शरीर से बाहर निकल जाएगी। अगर पथरी 5 एमएम यानी की 1/5 इंच से कम है तो 90 फीसदी संभावना है कि वह खुद ही आपके शरीर से बाहर निकल जाएगी। अगर पथरी 5 से 10 एमएम के बीच है तो संभावना 50 फीसदी रहेगी। अगर पथरी काफी बड़ी है तो इसके निदान के लिए कई उपचार उपलब्ध होते हैं।

शॉक वेव थेरेपी (Shock Wave Therapy)

गुर्दे की पथरी के उपचार की सामान्य चिकित्सा प्रक्रिया को एक्स्ट्राकोर्पोरियल शॉक वेव लिथोट्रिप्सी (ESWL) के रूप में जाना जाता है। इस थेरेपी में गुर्दे की पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए हाई एनर्जी शॉक वेव  का प्रयोग किया जाता है। उसके बाद ये छोटे-छोटे टुकड़े आसानी से पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाते हैं। प्रक्रिया के बाद खून आना, सूजन होना और दर्द  इसके साइड इफेक्ट में शामिल हैं।

Read More Articles On Miscellaneous in Hindi

Read Next

RO प्यूरीफायर का पानी तो नहीं कर रहा आपको बीमार? जानें इसके नकारात्मक प्रभाव

Disclaimer