अनियमित खानपान की वजह से भारत में डायबिटीज जैसी बीमारी अब नासूर बनती जा रही है। डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है जिसके मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में भारत में 17 मिलियन लोग डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। फेडरेशन का कहना है कि 2030 तक डायबिटीज के मरीजों की संख्या 101 मिलियन हो चुकी होगी। खास बात यह है कि यह लाइलाज बीमारी बुजुर्गों के मुकाबले 20 से 45 साल की उम्र के लोगों को ज्यादा अपनी चपेट में ले रही है। 20 से 79 आयु वर्ग को होने वाली डायबिटीज के मामलों में भारत वैश्विक स्तर पर दूसरे नंबर पर है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए कैसे फायदेमंद है कदंब (Kadamb Leaves For Diabetes)
किसी इंसान को डायबिटीज है या नहीं इसका पता ब्लड शुगर लेवल से किया जाता है। डॉक्टरों के मुताबिक एक सामान्य निरोग इंसान का ब्लड शुगर लेवल 70 से 100 के बीच होता है। अगर शुगर लेवल 100 से 125 के बीच है तो यह बॉर्डरलाइन डायबिटीज का एक संकेत है। अगर ब्लड शुगर लेवल 126 के ऊपर है तो आपको डायबिटीज हो चुका है। डायबिटीज के कई मरीज ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टरों से सलाह लेने के बाद इंसुलिन का इस्तेमाल करते हैं।
खानपान में बदलाव, एक्सरसाइज और योग जैसी प्रक्रिया का सहारा लेकर भी ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है।, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कदंब के पत्तों का सेवन करके भी डायबिटीज की समस्या पर कंट्रोल पाया जा सकता है?। कदंब के पत्तों का आयुर्वेद में काफी महत्व है। आयुर्वेद के अनुसार सही मात्रा में कदंब के पत्तों का इस्तेमाल करने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में बहुत फायदा मिलता है। तो चलिए आज जानते हैं डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए कदंब के पत्तों का इस्तेमाल कैसे करें।
कदंब के पत्तों में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं। इसके साथ ही कदंब के पत्तों में हाइड्रोसाइक्लोन और मेथेनॉलिक अर्क ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। यह शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है। इंसुलिन का उत्पादन नियंत्रित रखने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
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ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए कदंब के पत्तों का इस्तेमाल (Kadamb Leaves For Diabetes Uses)
ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए कदंब के पत्तों का सेवन सीधे ही किया जा सकता है। आप चाहें तो इसे सुखा लें और फिर इन्हें पीसकर चूर्ण तैयार कर लें। आप सुबह और शाम पानी के साथ कदंब के पत्तों के चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो कदंब के पत्तों का चूर्ण रात को सोने से पहले दूध में घोलकर भी पी सकते हैं।
ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए कदंब के पत्तों का काढ़ा
अगर आपके घर के आसपास कदंब का पेड़ है तो आप इसकी पत्तियों से फ्रेश काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। इसके लिए कदंब के कुछ पत्तों को 2 गिलास पानी में डालकर उबाल लें। 2 से 3 मिनट कदंब के पत्तों को उबालने के बाद इसमें 4 से 5 पीस लौंग को डालकर पकाएं। लौंग और कदंब के पत्तों को आपको तब तक उबालना है जब तक यह आधा गिलास न रह जाए। इसको छानकर हल्का गुनगुना ही इसका सेवन करें।
कदंब के पत्तों को आयुर्वेद में डायबिटीज के लिए काफी सहायक माना गया है। लेकिन अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और होम्योपैथिक या किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं तो इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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