विटामिन की गोलियां लेने से पहलें जरूर लें एक्‍सपर्ट की सलाह, फायदे के बजाए हो सकता है नुकसान

आजकल लोगों में डाइट सप्लीमेंट्स लेने का चलन बढ़ता जा रहा है पर इसकी अधिकता सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है। इनका सेवन शुरू करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, यह सब जानने के लिए पढ़ें यह लेख।
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विटामिन की गोलियां लेने से पहलें जरूर लें एक्‍सपर्ट की सलाह, फायदे के बजाए हो सकता है नुकसान


आपने अपने आसपास कुछ ऐसे लोगों को ज़रूर देखा होगा, जो अपनी डाइट को लेकर अतिरिक्त रूप से सजग रहते हैं। उन्हें हमेशा यही लगता है कि रोज़ाना के खानपान से हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इसी वजह से वे बिना सोचे-समझे डाइट सप्लीमेंट का सेवन शुरू कर देते हैं, कई बार यह तरीका सेहत के लिए नुकसानदेह साबित होता है।

 

कब पड़ती है ज़रूरत

अगर स्वस्थ व्यक्ति अपने नियमित खानपान में हर तरह की दाल, साबुत अनाज, मिल्क प्रोडक्ट्स, नट्स, हरी पत्तेदार सब्जि़यों और फलों का संतुलित मात्रा में सेवन करे तो उसके शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिल जाता है। अत: सामान्य स्थितियों में व्यक्ति को अलग से डाइट सप्लीमेंट्स लेने की ज़रूरत नहीं पड़ती। फिर भी कुछ विशेष स्थितियों में मसलन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी या किसी सर्जरी के बाद, बच्चों में कुपोषण या गर्भावस्था के दौरान स्त्रियों के शरीर में आयरन-कैल्शियम की कमी होने पर डॉक्टर द्वारा डाइट/विटमिन सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है। खिलाडिय़ों को आम लोगों की तुलना में अधिक प्रोटीन की ज़रूरत होती है। ऐसे में उन्हें भी प्रोटीन शेक या विटमिन सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है। फिर भी ऐसी चीज़ों का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। 

क्या हैं साइड इफेक्ट्स

आमतौर पर लोग यह सोचकर डाइट सप्लीमेंट या विटमिंस का सेवन करते हैं कि ऐसी चीज़ें सेहत के लिए हर हाल में फायदेमंद होती हैं पर वास्तव में ऐसा नहीं है। इससे कुछ लोगों को नॉजि़या, लूज़ मोशन, सिरदर्द या बेचैनी होती है। मसलन विटमिन डी के ओवर डोज़ से भी सिरदर्द, उल्टी और भोजन में अरुचि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में कैल्शियम की मात्रा बढऩे से एसिडिटी होती है, यह नसों में भी जम सकता है। यह गॉल ब्लैडर या किडनी में स्टोन के लिए भी जि़म्मेदार होता है। इसी तरह प्रोटीन की अधिकता भी किडनी के लिए नुकसानदेह होती है।

कैसे चुनें सही सप्लीमेंट

  • हमेशा किसी विश्वसनीय ब्रैंड के सप्लीमेंट का ही चुनाव करें। प्रोडक्ट पर एक्सपायरी डेट ज़रूर चेक कर लें। 
  • इस बात का भी ध्यान रखें कि उस प्रोडक्ट का पैकेट साफ-सुथरा हो और उस पर चाइल्ड सेफ्टी कैप लगा हो।
  • लेबल पर जीएमपी सर्टिफिकेशन, मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग कंपनी का लाइसेंस नंबर लिखा हो, यह ज़रूर चेक करें।
  • वेज/नॉन वेज का साइन सामने की तरफहो और एक्सपायरी डेट के साथ स्पष्ट रूप से डिस्क्लेमर भी लिखा होना चाहिए।
  • आमतौर पर मानव शरीर को जिन पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है, वे रोज़ाना के संतुलित आहार में कुदरती रूप से मौज़ूद होते हैं। इसलिए एक्सपर्ट की सलाह के बिना किसी भी डाइट सप्लीमेंट का सेवन न करें।

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