आमतौर पर लोग एंजाइम्स के बारे में नहीं जानते हैं। एंजाइम्स एक तरह के प्रोटीन होते हैं, जो शरीर में होने वाले केमिकल रिएक्शन्स की स्पीड को कंट्रोल करते हैं। भोजन के बड़े अणुओं को छोटे अणुओं में तोड़ने से लेकर कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने तक एंजाइम्स शरीर में ढेर सारे फंकशन करते हैं, इसलिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
अगर आपकी आंतों में पर्याप्त एंजाइम्स न हों, तो आपका भोजन अच्छी तरह पचेगा नहीं। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि आपके जीवित रहने के लिए एंजाइम्स का होना बहुत जरूरी है। आज हम आपको बता रहे हैं इन एंजाइम्स के बारे में और इनके महत्व के बारे में।
एंजाइम का महत्व
एंजाइम ग्रीक भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है खमीर। आम तौर पर ये एंजाइम शांत पड़े रहते हैं, लेकिन भोजन के संपर्क में आते ही ये सक्रिय हो उठते हैं। जिस पदार्थ से एंजाइम सक्रिय होते हैं, उसे सबस्ट्रेट कहते हैं। सबस्ट्रेट के सैकड़ों अणुओं में से एक अकेला एंजाइम ही कुछ सेकंडों में आश्चर्यजनक ढंग से परिवर्तन ला देता है।
इसे भी पढ़ें:- बारिश के मौसम में मछलियां खाना हो सकता है खतरनाक, कई तरह के इंफेक्शन और रोगों का खतरा
खाना पचाने में सहायक
एंजाइमों का असली काम भोजन को पचाना है। जो खाना हम खाते हैं एंजाइम उसे छोटी-छोटी इकाइयों में बदल देता है, उन्हें हमारे शरीर की कोशिकाएं आसानी से सोख लेती हैं और रक्त द्वारा सप्लाई की गई ऑक्सीजन से मिल कर शरीर को ऊर्जा देने में सक्षम भूमिका निभाती हैं।
कोलेस्ट्रॉल करे नियंत्रित
शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होने से मोटापा तो बढ़ता है दिल की बीमारियों के साथ-साथ मधुमेह होने की संभावना भी बढ़ जाती है। एंजाइम शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित रखता है। पिछले दिनों हुए एक शोध में वैज्ञानिकों ने ऐसे एंजाइम खोजने का दावा किया था जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
इसे भी पढ़ें:- अखरोट खाने से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का खतरा कम, जानें कब और कितना खाना चाहिए?
मोटापे पर काबू
एंजाइम शरीर की अतिरिक्त चर्बी को घटाता है और वजन को नियंत्रित रखता है। दरअसल यह स्कवालीन मोनो आक्सीजीनेज (एसएम) नामक एंजाइम कोलेस्ट्रॉल बनने की प्रक्रिया को रोक देता है जिससे वजन नहीं बढ़ता।
एचआईवी से बचाव
शरीर में पाए जाने वाले एंजाइम एचआईवी के लिए जिम्मेदार विषाणुओं को फैलने से रोकते हैं। दक्षिणी केलिफोर्निया विश्वविद्यालय के मॉलिकुलर बॉयोलॉजी द्वारा किये गये शोध के मुताबिक जब एड्स के विषाणु आरएनए को डीएनए में बदल रहे होते हैं तभी एंजाइम उनके असर को कम करते हैं।
Read more articles on Healthy Diet in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version