सीधे तौर पर कहें तो आप आप थायरॉइड ग्रंथि को अपने शरीर की ऊर्जा पुंज के तौर पर सोच सकते हैं। जब यह निष्क्रिय हो जाता है, तो शरीर की बाकी क्रियाओं को असर पड़ने लगता है। यहां हम आपको थायरॉइड ग्रंथि के अंडरएक्टिव होने के कुछ लक्षणों के बारे में बता रहे हैं।  

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पुरुषों के शरीर में दिखने वाले ये 5 लक्षण हाइपोथायरायडिज्म के हैं संकेत

सीधे तौर पर कहें तो आप आप थायरॉइड ग्रंथि को अपने शरीर की ऊर्जा पुंज के तौर पर सोच सकते हैं। जब यह निष्क्रिय हो जाता है, तो शरीर की बाकी क्रियाओं को असर पड़ने लगता है। यहां हम आपको थायरॉइड ग्रंथि के अंडरएक्टिव होन

Atul Modi
Written by: Atul ModiUpdated at: Sep 02, 2018 05:00 IST
पुरुषों के शरीर में दिखने वाले ये 5 लक्षण हाइपोथायरायडिज्म के हैं संकेत

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हाइपोथायरायडिज्म का मतलब है कि आपकी थायरॉइड ग्रंथि अंडरएक्टिव है। आमतौर पर हाइपोथायरायडिज्म महिलाओं में अधिक होता है लेकिन कई बार पुरुषों में भी इसके लक्षण देखने को मिलते हैं। आपकी थायराइड ग्रंथि का आकार धनुष की तरह होता है, जो गले में स्थित होता है। आपके थायरॉइड का कार्य हार्मोन निर्मित करना है और इसे रक्त में पंप करना है ताकि पूरे शरीर में इसकी जरूरत को पूरा किया जा सकते। सीधे तौर पर कहें तो आप आप थायरॉइड ग्रंथि को अपने शरीर की ऊर्जा पुंज के तौर पर सोच सकते हैं। जब यह निष्क्रिय हो जाता है, तो शरीर की बाकी क्रियाओं को असर पड़ने लगता है। यहां हम आपको थायरॉइड ग्रंथि के अंडरएक्टिव होने के कुछ लक्षणों के बारे में बता रहे हैं।  

 

ऊर्जा स्तर में अनियमित बदलाव

हाइपोथायरायडिज्म चयापचय में तेज और अनियमित बदलाव करता है, जिसके कारण किसी व्यक्ति को सोने में तकलीफ, चिड़चिड़ापन, बेचैनी तथा इस प्रकार की कुछ अन्य परेशानियां होने लगती हैं। साथ ही चिंता मिजाज में नकारात्मक बदलाव तथा ध्यान केन्द्रित करने में समस्या जैसे दुष्पभाव भी सामने आने लगते हैं। हाइपरथायराडिज्‍़म से ग्रस्त होने पर शरीर गतिशील रहने योग्य आवश्यक ऊर्जा जुटाने में असमर्थ रहता है, जिसके कारण शरीर में लगातार थकान या थकान के लक्षण हैदा हो जाते हैं। हाइपोथायरायडिज्म से ग्रस्त कुछ पुरुषों में स्मृति समस्याओं या अवसाद का विकास जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं। 

वजन में परिवर्तन

हाइपोथायरायडिज्म में चयापचय काफी बढ़ जाता है, थायराइड से ग्रसित पुरुषों की भूख भी बढ़ जाती है और वे सामान्य से अधिक भोजन करने लगते हैं। लेकिन जरूरत से अधिक भोजन करने के बाद भी इन पुरुषों का वजन घटता ही है। ऐसे में बॉविल मूवमेंट्स (मल त्यागना) की आवृत्ति में वृद्धि हो सकती है और बार-बार दस्त हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर हाइपोथायरायडिज्म के कारण चयापचय घटने पर इन पुरुषों की भूख में कमी हो जाती है और कम भोजन करने की स्थिति में भी इनका वजन बढ़ने लगता है। ऐसे में कब्ज भी आंतों की गतिविधि को धीमा कर देती है। 

तापमान के प्रति संवेदनशीलता में परिवर्तन

हाइपोथायरायडिज्म वाले पुरुषों को कभी-कभी जरूरत से अधिक पसाना आता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्मी चयापचय का बायप्रोडक्ट (प्रतिफल) है। जिसके कारण इन पुरुषों को गर्म तपमान काफी विचलित कर देता है। इसके विपरीत कभी कभी इनको पसीना बहुत कम आता है और थोडी ठंड ही इनको परेशान कर देती है।   

असामान्य शारीरिक वृद्धि

हाइपोथायरायडिज्म से ग्रस्त पुरुषों में भी कभी कभी स्तनों का असामान्य विकास और बढा़ हुआ चयापचय देखने को मिलता है। हालांकि यह एक कम होने वाला लक्षण है। 

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मांसपेशियों में दर्द 

हाइपोथायरायडिज्म होने पर माशपेशियों में कमजोरी आती है और शरीर थका तथा टूटा हुआ महसूस होता है। अक्सर कमर, कन्धों व जोडों में दर्द होता है तथा सूजन भी आ जाती है।

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