नवजात शिशु और छोटे बच्चे अपने शरीर को ठीक ढ़ंग से हिला नहीं सकते हैं, तो बच्चे की मां या घर के बड़े लोग जिन्हें बच्चों से ज्यादा लगाव होता है वो उनको योग करने में मदद कर सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों के शरीर के अंगों को धीरे से स्ट्रेच करने से उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत लाभ मिलते हैं। योग बच्चों के शरीरिक विकास और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है और साथ ही योग करने से उनका शरीर स्वस्थ और तनावमुक्त रहता है और इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। योग अभ्यास से शिशुओं का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है जो उन्हें कई बीमारियों से भी बचाता है। इसलिए कम उम्र में ही बच्चों को योग की शिक्षा देने से आने वाले समय में उन्हें कई तरह के रोग और स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रखा जा सकता है। आइए जानते हैं योग का अभ्यास आपके शिशु के लिए किस तरह फायदेमंद हो सकता है।
मानसिक लाभ
बच्चों को योग से कई प्रकार के भावनात्मक और मानसिक लाभ मिलते हैं।
- यह स्पर्श के माध्यम से पेरेंट्स और बच्चे के बीच एक गहरा संबंध बनाने में मदद करता है।
- बेबी योग, माता-पिता और बच्चे को सक्रिय तरीकों से एक-दूसरे को जानने के लिए मदद करता है।
- एक-दूसरे के बीच अच्छी समझ, बातचीत और अच्छा व्यवहार रिश्ते को मजबूत करती है और उनकी बॉन्डिंग भी बढ़ती है।
- इससे बच्चे खुद को अधिक सुरक्षित मानते हैं क्योंकि उनकी जरूरतों का ध्यान अच्छेे से रखा जाता है और उनके साथ अच्छा वर्ताव किया जाता है। इसके अलावा निकटता की भावना भी बनी रहती है।
- योग से व्यवहार बेहतर हो जाता है और बच्चे खुद को सहज महसूस करते हैं।
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शारीरिक लाभ
बच्चों को मानसिक लाभ के साथ-साथ योग करने से कई शारीरिक लाभ भी मिलते हैं।
- योग बच्चों के रीढ़ की हड्डी, गर्दन और जोड़ों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा शरीर की मांसपेशियों को टोन करता है।
- यह रक्त-संचार में सुधार करता है, जिससे खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है जो बच्चे को सांस लेने में मदद करता है।
- दर्द एक ऐसी चीज है जो बच्चे के लगातार रोने के साथ माता-पिता को भी परेशान कर सकती है। योग बच्चे को दर्द और कब्ज से राहत दिलाने में मददगार होता है।
- योग के नियमित अभ्यास से बच्चों का दिमाग शांत और स्थिर रहता है, जो उन्हें गहरी और लंबी नींद से साने में मदद करता है।
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