आयरन यानी लौह तत्व एक खनिज लवण है, जो हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी होता है। उदाहरण के लिए, आयरन फेफड़ों से शरीर के अन्य अंगों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होना अनीमिया कहलाता है। आयरन हमारी मांसपेशियों में ऑक्सीजन का प्रयोग और उसे स्टोर करने में भी मदद करता है। आयरन कई एंजाइम्स का अहम हिस्सा होता है और कोशिकीय एंजाइम्स में भी इसका इस्तेमाल होता है। एंजाइम्स हमारे शरीर में भोजन पचाने में भी मदद करने के साथ ही कई महत्वपूर्ण काम करते हैं।
शरीर में अगर आयरन की पर्याप्त मात्रा न हो, तो इसका असर हमारे शरीर के कई अंगों पर पड़ता है। आयरन डेफिशियंसी उस परिस्थिति को कहते हैं, जब हमारे शरीर में आयरन की मात्रा बहुत कम हो जाती है। अमेरिका में अनीमिया की सबसे बड़ी वजह आयरन डेफिशियंसी ही है।
आयरन की कमी को दूर करने के लिए खानपान का सहारा लिया जा सकता है। यूं तो ऐसे बहुत से आहार हैं जिनके सेवन से आयरन की कमी दूर होती है लेकिन गुड़ एक ऐसा आहार है जिसमें आयरन बहुत अधिक पाया जाता है। आइये जानते हैं किस प्रकार गुड़ का सेवन आयरन की कमी को दूर कर सकता है।
गुड़ के फायदे
गुड़ गन्ने से तैयार एक शुद्ध, अपरिष्कृत पूरी चीनी है। यह खनिज और विटामिन है जो मूल रूप से गन्ने के रस में ही मौजूद हैं। गुड़ को चीनी का शुद्धतम रूप माना जाता है। गुड़ आयरन का एक प्रमुख स्रोत है और रक्ताल्पता (एनीमिया) के शिकार व्यक्ति को चीनी के स्थान पर इसके सेवन की सलाह दी जाती है।
गुड़ का सेवन अधिकांश लोग ठंड में ही करते हैं वह भी थोड़ी मात्रा में इस सोच के साथ की ज्यादा गुड़ खाने से नुकसान होता है। इसकी प्रवृति गर्म होती है, लेकिन ये एक गलतफहमी है गुड़ हर मौसम में खाया जा सकता है और पुराना गुड़ हमेशा औषधि के रूप में काम करता है। आयुर्वेद संहिता के अनुसार यह शीघ्र पचने वाला, खून बढ़ाने वाला व भूख बढ़ाने वाला होता है। इसके अतिरिक्त गुड़ से बनी चीजों के खाने से बीमारियों में राहत मिलती है।
गुड़ में सुक्रोज 59.7 प्रतिशत, ग्लूकोज 21.8 प्रतिशत, खनिज तरल 26प्रतिशत तथा जल अंश 8.86 प्रतिशत मौजूद होते हैं। इसके अलावा गुड़ में कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा और ताम्र तत्व भी अच्छी मात्रा में मिलते हैं। इसलिए चाहे हर मौसम में आप गुड़ खाना न पसन्द करें लेकिन ठंड में गुड़ जरूर खाएं।
आयरन के लिए गुड़ का सेवन
- एक चम्मच गुड़ में 3.2 मि.ग्रा. आयरन होता है। इसीलिए एनिमिया से ग्रस्त लोगों को रोज 100 ग्राम गुड़ जरूर खाना चाहिए।
- खाने के बाद थोड़ा सा गुड़ खाने से भी एनिमिया दूर होता है।
- गुड़ के सेवन में यह बात जरूर ध्यान रखना चाहिए कि गुड़ पुराना हो।
- गुड़ को पिघलाकर मूंगफली के दाने मिला लें, और ठंडा करके गुड़ की पपड़ी बना लें। इसे सर्दियों में खाने से आयरन की भरपूर मात्रा मिल जाती है।
- भोजन के बाद गुड़ खा लेने से पेट में गैस नहीं बनती है।
- गुड़ एक प्राकृतिक मिठाई है, जिसे खाने में से ब्लड में शुगर की समस्या नहीं होगी, बल्कि इसमें आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे यह आयरन की कमी भी दूर करता है।
Image Courtesy : Getty Images
Read More Articles on Iron Deficiency in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version