दमकती त्वचा पाने की किस की ख्वाहिश नहीं होती हर कोई इसके लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास भी करता है, जिससे चेहरे की रंगत में निखार आए। खासतौर पर ठंड के मौसम में सेहत के साथ-साथ स्किन को भी खास देखभाल की जरूरत होती है। लेकिन त्वचा पर मुंहासे हो जाने पर ये सारी रंगत को खराब कर देते हैं। मुंहासे तैलीय त्वचा व शरीर में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन के कारण होते हैं। मौसम में हुए बदलाव के कारण भी कई बार मुंहासे होने की समस्या हो जाती है। सर्दियों में तो मुंहासों के साथ बड़ी असमंजस वाली स्थिति पैदा हो जाती है, क्योंकि ऐसे में त्वचा को नमी की भी जरूरत होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दमकती त्वचा पाने और मुंहासों से अपनी त्वचा को बचाने के टिप्स आपके घर में ही मौजूद हैं। चलिए जानते हैं कि सर्दियों में मुंहासों को भला कैसे रोका जाए।
क्यों होते हैं मुंहासे
किशोरावस्था में मुंहासे होने का कारण शरीर में लगातार बदलते हार्मोंस हैं। इसके अलावा कुछ अन्य कारण भी होते हैं, जैसे इस उम्र में बच्चे तनाव का भी जल्दी शिकार होते हैं। पीयर प्रेशर और हमेशा सुंदर दिखने का दबाव भी उन पर बना रहता है। यही कुछ खास वजहें हैं कि टीनएजर मुंहासे होने पर गहरे तनाव में घिर जाते हैं। ऐसी स्थिति में माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों पर इससे होने वाले मनोवैज्ञानिक प्रभावों को समझें और जानें। जो माता-पिता बच्चों की इस समस्या को उचित मार्गदर्शन से सही कर सकते हैं उनके बच्चे इस समस्या से जल्द उबरते हैं।
मुंहासों की समस्या जवानी में भी हो सकती है। लगभग 50 प्रतिशत जवान महिलाएं और 25 प्रतिशत पुरुषों को जवानी में भी यह समस्या जकड़े रहती है। कई महिलाएं तो इनके कारण डिप्रेशन तक का शिकार हो जाती हैं। इनके होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे वातावरण का प्रभाव, शारीरिक और हार्मोन्स में होने वाले बदलाव वगैरह-वगैहरा। शोध बताते हैं कि जिस समय व्यक्ति तनावग्रस्त होता है तब शरीर में कोर्टिसोल हार्मोंस का स्राव बढ़ जाता है जिसके कारण शरीर की त्वचा की ग्रंथियों से सीवम नामक हारमोन का स्राव ज्यादा होने लगता है जिसके कारण मुंहासे होते हैं।
सर्दियों में मुंहासों से बचने के उपाय
चहरे को करें साफ
सर्दियों में चहरे की त्वाचा को साफ रखना छोड़ा मुश्किल हो जात है। इस मौसम में हवा में धूल कण भरं रहते हैं जो त्वचा के पोर्स को बंद कर देते हैं और मुंहासे हो जाते हैं। अतः मुंहासों से बचने के लिए अपनी त्वचा को समय-समय पर साफ करते रहना जरूरी हो जाता है। रात को सोने से पहले डीप नरिशिंग क्लिंजर से चहरे को साफ करें। स्किन अक्सपर्ट्स ठंड के महीनों के दौरान हाइड्रेटिंग क्लेंसेर और लोशन का प्रयोग करने की सलाह देते हैं। इनकी मदद से न सिर्फ त्वचा भीतर से साफ होती है बल्कि उसे नमी भी मिलती है।
मॉइस्चराइजिंग है महत्वपूर्ण
शुष्क हवा के चलते सर्दियों के मौसम में त्वचा की नमी छिन जाती है और वह डीहाइड्रेट हो जाती है, जिसकी वजह से त्वचा की बाहरी परत सूख जाती है और उसमें दरार पड़ने लगती हैं। इस मौसम में मुंहासों से बचने के लिए त्वचा पर अच्छा मॉइस्चराइजिंग क्लिंजर और लोशन लगाएं। ताकी त्वचा साफ और नम बनी रहे। खूब पानी पीजिये, पानी पीने से आप अंदर से हाइड्रेट रहते हैं जिससे आपकी त्वचा नम रहेगी।
तनाव से बचें
तनाव के कारण भी कई बार हार्मोन्स बैलेंस बिगड़ जाता है, और मुंहासों की समस्या हो सकती है। इसलिए तनाव को बेहतर तरीके से हैंडल करें। तनाव का प्रभाव शरीर पर न पड़े इसलिए खुश रहें और पूरा आराम लें। पर्याप्त आराम, एक्सरसाइज और सकारात्मक नजरिए से तनाव पैदा होने वाली तमाम स्थितियों से काफी हद तक बचाना संभव है। छोटी-छोटी चीजों में खुशियां तलाशें। याद रखें, खुश रहने से हमारी त्वचा भी खिलखिलाती रहती है और निखार आता है। खुश रहने और अपने परिवार के लोगों को तनाव से बचाने के लिए अपने वीकेंड को अच्छे ढंग से प्लान करें।
मुंहासों से बचने के लिए कुछ अन्य नुस्खे
इस मौसम में मुंहासों से बचना है तो मांस, चीनी, चाय, काफी, अचार, साफ्ट ड्रिंक्स, कैंडी, आइसक्रीम, परिष्कृत व प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, डेयरी उत्पाद तथा चाकलेटों का अधिक सेवन न करें। तरल पदार्थों का सेवन बढ़ा दें, जिससे शरीर में विषैले पदार्थों के जमाव न हो सके और वे बाहर निकलते रहें। इसके लिये पानी, नींबू पानी, धनिये का सूप तथा पुदीने का रस पीएं। इसके अलावा जायफल को दूध के साथ पीसकर इसे मुंहासों पर लगाएं। इससे कील-मुंहासे बिना कोई निशान छोड़ गायब हो जाते हैं।