
टेस्टोस्टेरोन एक पुरुष हार्मोन है जो पुरुषों के अण्डकोष में विकसित होता है। इस हार्मोन का सीधा संबंध पुरुषों की प्रजनन क्षमता, यौन कार्य, मांसपेशियों के निर्माण और चेहरे व शरीर के बाल से है। टेस्टोस्टेरोन का स्तर स्वाभाविक रूप से उम्र के साथ कम होता जाता है, इसमें प्रतिवर्ष उम्र बढ़ने के साथ औसतन एक से दो प्रतिशत तक की कमी आती है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ये हार्मोन्स पुरुषों के लिए जरूरी है।
हालांकि टेस्टोस्टेरोन लेवल कुछ बाहरी कारकों से भी प्रभावित होता है, जैसे खराब या गतिहीन जीवनशैली के साथ-साथ कुछ स्वास्थ्य स्थितियां और चिकित्सा उपचार आदि। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में कमी को हाइपोगोनडिज़म कहा जाता है। एक अध्ययन के मुताबिक इससे 1000 पुरुषों में से पांच लोग पीड़ित हैं।
टेस्टोस्टेरोन कम होने के पर पुरुषों में कुछ सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे: थकान और सुस्ती, तनाव, अवसाद, चिड़चिड़ापन, यौन इच्छाओं की कमी, पसीना ज्यादा निकलना, दाढ़ी मूछों का कम बढ़ना और बालों का झड़ना, एकाग्रता में कमी, एक्सरसाइज करने पर ज्यादा थकान महसूस होना आदि।
कम टेस्टोस्टेरोन के स्तर से निपटने वाले पुरुषों के लिए कुछ आहार हैं जो आपके शरीर के हार्मोन उत्पादन को स्वाभाविक रूप से बढ़ावा दे सकते हैं। मेडिकल न्यूज टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, अपने शरीर के टेस्टोस्टेरोन के प्राकृतिक उत्पादन को बढ़ाने के लिए नियमित रूप से इन खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
अदरक
अदरक की जड़ स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है। यह ज्यादातर घरों में औषधीय प्रयोजनों के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। नए शोध से पता चला है कि पुरुषों में प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए अदरक फायदेमंद हो सकता है। 3 महीने के लिए अदरक की खुराक लेने से टेस्टोस्टेरोन का स्तर 17.5 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। यह प्रजनन संबंधी समस्याओं को लेकर 75 वयस्क पुरुषों के बीच किए गए एक अध्ययन से साबित हुआ है।
कस्तूरी
कस्तूरी जिंक का सबसे समृद्ध स्रोत है, यह स्वस्थ शुक्राणु और प्रजनन प्रणाली के लिए एक आवश्यक यौगिक है। जिंक की कमी वाले पुरुषों में हाइपोगोनैडिज़्म हो सकता है, यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर पर्याप्त टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन नहीं करता है। जिंक की कमी भी यौन परिपक्वता में देरी का कारण बन सकती है। अपने आहार में जिंक को शामिल करते समय, यह भी ध्यान रखें कि जिंक और कॉपर अवशोषण के लिए शरीर के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। आपके शरीर को क्या जरूरत है, इसके आधार पर दोनों सप्लीमेंट को अच्छी तरह से संतुलित करें।
अनार
सदियों से, अनार प्रजनन और यौन क्रियाओं का प्रतीक रहा है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट हृदय के लिए फायदेमंद होते हैं और साथ ही तनाव को नियंत्रित करते हैं। 2012 में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि अनार पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं में भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ा सकता है। इस अध्ययन के 60 प्रतिभागियों ने 14 दिनों तक रोजाना 100 प्रतिशत शुद्ध अनार का जूस पिया। प्रतिभागियों का टेस्टोस्टेरोन दिन में तीन बार परीक्षण किया गया। 14 दिनों के अंत में, प्रतिभागियों ने टेस्टोस्टेरोन के स्तर में 24 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। उन्होंने बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ एक स्थिर रक्तचाप भी पाया।
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प्याज
अधिकांश व्यंजनों में प्याज एक लोकप्रिय घटक है लेकिन वे यौन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्वों का भी एक अच्छा स्रोत हैं। 4 सप्ताह के लिए ताजा प्याज के रस का दैनिक सेवन शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
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हरे पत्ते वाली सब्जियां
पत्तेदार सब्जियां मैग्नीशियम का एक समृद्ध स्रोत हैं और स्वस्थ शरीर के लिए हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। शोध में अब पता चला है कि शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन बढ़ाने के लिए पालक जैसी हरे पत्तेदार सब्जियां फायदेमंद हैं। 2011 में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि 4 सप्ताह तक लगातार मैग्नीशियम की खुराक लेने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है।
अध्ययन से यह भी पता चला है कि यह वृद्धि एक गतिहीन जीवन शैली वाले लोगों में देखी गई थी। सक्रिय जीवन शैली वाले लोगों में इसका प्रभाव और भी अधिक है। दाल, नट और बीज और कई साबुत अनाज से भी मैग्नीशियम प्राप्त किया जा सकता है।
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