बुनाई करने से दूर हो सकती है चिंता, तनाव और डिप्रेशन की समस्या, दर्द में भी मिल सकता है फायदा

अगर आपने अब तक बुनाई करना नहीं सीखा है, तो हो सकता है बुनाई से मस्तिष्क को मिलने वाले इन फायदों को जानकर आप भी इसे अपनी आदत में शामिल कर लें।
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बुनाई करने से दूर हो सकती है चिंता, तनाव और डिप्रेशन की समस्या, दर्द में भी मिल सकता है फायदा

बुनाई करना एक समय महिलाओं का पसंदीदा शौक रहा करता था। आजकल फैंसी कपड़ों ने खुद से बुने गए स्वेटर्स, मफलर्स, टोपी और कपड़ों के महत्व को कम कर दिया है। मगर एक समय था जब घर की बूढ़ी महिलाएं बहू की प्रेग्नेंसी की खबर सुनते ही स्वेटर, मोजे, टोपी आदि बुनना शुरू कर देती थीं। अब शायद लोगों के पास इतना समय नहीं है या धीरे-धीरे ये कला घरों से गायब होती जा रही है। मगर क्या आप जानते हैं कि बुनाई करना आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है?
बुनाई (Knitting) करने की आदत पर कई रिसर्च की गई हैं और इन रिसर्च्स का परिणाम बताता है कि बुनाई सिर्फ कला नहीं, बल्कि एक तरह की मेंटल एक्सरसाइज है, जिससे आपके मस्तिष्क को बहुत ढेर सारे लाभ मिलते हैं। रिसर्च के अनुसार बुनाई करने से डिप्रेशन, चिंता और तनाव दूर होते हैं। इसके अलावा गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारियां जैसे डिमेंशिया, अल्जाइमर आदि का खतरा कम होता है। कुछ शोध तो यहां तक बताते हैं कि बुनाई करने से आपको क्रॉनिक पेन (दर्द) से भी राहत मिल सकती है।

क्या कहती हैं रिसर्च?

2009 में ब्रिटिश कोलम्बिया यूनिवर्सिटी द्वारा 38 महिलाओं पर एक शोध किया गया, जो गंभीर ईटिंग डिस्ऑर्डर से प्रभावित थीं। इन महिलाओं को रोजाना थोड़े समय बुनाई करने की सलाह दी गई। वैज्ञानिकों ने पाया कि 74% महिलाओं को रेगुलर बुनाई करने से तनाव और चिंता की समस्याएं दूर हो गईं, जिसके कारण उनका मस्तिष्क स्वस्थ रहने लगा और ईटिंग डिस्ऑर्डर ठीक हो गया।

यूके के 'निट फॉस पीस' (Knit for Peace) 15,000 से ज्यादा बुनाई करने वालों का एक बड़ा नेटवर्क है, जो जरूरतमंद लोगों के लिए कपड़े बुनकर उन तक पहुंचाने का काम करता है। इस संगठन में काम करने वाले लोगों से इस बात के पर्याप्त सुबूत मिले हैं कि बुनाई करने से शरीर और मस्तिष्क दोनों स्वस्थ रहते हैं।

इसी तरह 'ब्रिटिश जर्नल ऑफ ओक्यूपेशनल थेरेपी' (British Journal of Occupational Therapy) के अनुसार बुनाई करने को अपनी आदत में शामिल करने के बाद एक लोगों के एक बड़े समूह ने नोटिस किया कि वे 81% तक ज्यादा खुश रहने लगे हैं।

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क्यों फायदेमंद है बुनाई?

जिन लोगों का हाथ सेट हो जाता है, वो सामान्य बातचीत करते हुए भी बुनाई करने की अभ्यस्त हो जाती हैं। फिर भी बुनाई के समय अपने मस्तिष्क के अवचेतन को आपको सलाई पर केंद्रित करना पड़ता है। यही कारण है कि वैज्ञानिक मानते हैं कि बुनाई के दौरान आप मस्तिष्क के एक बड़े हिस्से का इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण इन हिस्सों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और तंत्रिकाओं के बीच संपर्क तेज होता है। सरल भाषा में कहें, तो बुनाई के समय आप दिमाग के ज्यादा बड़े हिस्से का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए आपका दिमाग स्वस्थ रहता है। इसके अलावा वैज्ञानिक बताते हैं कि एक ही स्टेप को बार-बार दोहराने और ऊन या धागे की नर्म छुअन के कारण आपका मस्तिष्क ज्यादा मात्रा में सेरोटोनिन (हैप्पी हार्मोन) को रिलीज करता है। इससे आपका मूड ठीक रहता है और कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।

दिल के लिए है फायदेमंद

हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के माइंड एंड बॉडी इंस्टीट्यूट में 2007 में कई गई एक रिसर्च के अनुसार रोजाना बुनाई करने से आपके दिल की धड़कन 11 बीट प्रति मिनट तक कम हो जाती है, जिससे आपको मानसिक तौर पर सुकून मिलता है और मस्तिष्क ज्यादा बेहतर काम करता है। इसके अलावा धड़कन के कम होने से आपका दिल ज्यादा लंबी उम्र तक स्वस्थ रहता है। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उनके लिए बुनाई एक अच्छी एक्सरसाइज है।

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बुनाई करने के अन्य फायदे

  • बुनाई करने की आदत एक अच्छी आदत है, जिसे आप टीवी देखते हुए, बात करते हुए और यात्रा के दौरान कर सकते हैं।
  • बुनाई करने से आपके मस्तिष्क को वही फायदे मिलते हैं, जो ध्यान करने से मिलते हैं।
  • बुनाई करने से आपके मस्तिष्क के मोटर फंक्शन्स बेहतर होते हैं और एकाग्रता की क्षमता विकसित होती है। जिन लोगों को चीजों को जल्दी भूलने या किसी विषय/वस्तु पर ध्यान न केंद्रित कर पाने की समस्या है, उन्हें रोजाना 20-30 मिनट बुनाई करना चाहिए।
  • बुनाई करने के बाद जब आप कुछ ऐसी चीज बनाते हैं, जो आपके या किसी अन्य के काम आती है, तो आपको खुशी मिलती है।

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