दुनिया में तीसरे बड़े कैंसर (पेट के कैंसर) का इलाज अब सूखे बेर के सेवन से करें। खाएं खूब सारे सूखे बेर और पेट में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकें। बेर में मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कॉपर, कैल्शियम और आयरन और खनिज पदार्थ भी मौजूद होते हैं। इन तत्वों से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। जिससे शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही इंफेक्शन से लड़ने में भी मदद मिलती है।
पेट कैंसर के लिए सूखे बेर
दुनिया में कैंसर के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कैंसर के मामले में अज्ञानता और लापरवाही के कारण ही कई जाने चली जाती हैं। अगर वक्त रहते इसका इलाज नहीं होता है तो यह बहुत गंभीर रुप ले लेता है। आज हम आपको आंतों की लगातार सूजन से होने वाले पेट के कैंसर से बचने के उपाय बता रहे हैं। कई सारे शोध से ये बात साबित हुई है कि सूखे बेर से कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में मदद मिलती है।
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क्या कहता है शोध
मैसाचुसेट्स में हुए जीवविज्ञान सम्मेलन में टेक्सस के ए एंड एम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर नैंसी टर्नर की अध्यक्षता में ये बात सामने आयी है कि सूखे बेर में कोलोन माइक्रोबिया या गट बैक्टिरिया को मेंटेन करने की क्षमता है मतलब इसकी मदद से पेट के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
नैंसी टर्नर ने बोस्टन में हुए एक कॉनफ्रेंस में ये प्रमाणित किया है कि इंटेस्टाइन में बैक्टीरिया के करीब 400 स्पेसिस पाए गए हैं। जिनपर सूखे बेर के प्रभाव को दिखाया गया था। अगर आप सूखे बेर का सेवन शुरू कर दें तो आपके शरीर को कैसर से लड़ने वाले ज़रूरी एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त हो जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के बुरे प्रभाव को खत्म करने की काबिलियत होती है जिससे कैंसर की रोकथाम में मदद मिलती है। हम आपको बता दें कि सूखे बेरों में घुलनशील, अघुलनशील फाइबर हैं जो ताजे बेर में नहीं होते इसलिए कैंसर की रोकथाम और बचाव के लिए सूखे बेर का ही सेवन करें।
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