जानें, विंटर में कितना फायदेमंद है कैंडल मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर

सर्द हवाओं का सबसे ज्‍यादा असर हमारी हाथ और पैर की त्‍वचा पर पड़ता है। ऐसे में आम मेनिक्योर-पेडिक्योर से लाभ नहीं पहुंचता बल्कि एक खास तरह के कैंडल मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर की जरूरत होती है।
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जानें, विंटर में कितना फायदेमंद है कैंडल मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर

सेहतमंद त्वचा खूबसूरती का सबसे नायाब तोहफा है, लेकिन सर्द मौसम त्वचा की खूबसूरती छीनकर उसे ड्राई और बेजान बना देता है। सर्दियों में शरीर का तापक्रम कम होने से आपकी स्किन ड्राई हो जाती है। सर्दियों में सौंदर्य निखारने के लिए आपको त्वचा की अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है। महिलाएं इस मौसम अपने चेहरे की देखभाल तो कर लेती हैं लेकिन हाथ और पैरों को अक्‍सर नजरअंदाज कर देती है। जबकि सर्द हवाओं का सबसे ज्‍यादा असर हमारी हाथ और पैर की त्‍वचा पर पड़ता है। सर्दियों में हाथ-पैरों को अतिरिक्‍त मॉश्‍चराइजर की जरूरत होती है, ऐसे में आम मेनिक्योर-पेडिक्योर से लाभ नहीं पहुंचता बल्कि एक खास तरह के मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर की जरूरत होती है। ऐसे में आप कैंडल थेरेपी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। आइए इस आर्टिकल के माध्‍यम से जानें कि कैंडल मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर आपकी ड्राई स्किन के लिए कितना और कैसे फायदेमंद है और यह कैसे किया जाता है।     
candle manicure padicure during winter in hindi

कैंडल मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर

कैंडल मेनिक्‍योर और पेडिक्‍योर ट्रीटमेंट कैंडल्‍स को गला कर किया जाता है। ट्रीटमेंट के दौरान कुछ खास तरह से बनाई गई कैंडल्‍स को गलाया जाता है और फिर इनका  इस्तेमाल स्किन पर स्क्रब और क्रीम के रूप में किया जाता है। इससे त्‍वचा से मृत त्‍वचा निकलती है और उसे अतिरिक्‍त नमी प्रदान होती है। जिससे आपके पैरों और हाथों की त्‍वचा सर्दियों में भी नमी युक्‍त रहती है। यह मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर का नवीनतम तरीका है और 100 प्रतिशत तक प्राकृतिक है। इस कैंडल में जोजोबा ऑयल, कोकोआ बटर, विटामिन ई और आवश्‍यक तेलों को मिश्रण होता है। कैंडल से मसाज करना त्‍वचा को पोषण, एक्‍सफोलिएट और त्वचा सेल के पुनर्जनन को प्रोत्साहित करने का शानदार तरीका है।


कैंडल थेरेपी का तरीका

कैंडल थेरेपी के दौरान मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर की शुरूआत साधारण तरीके से की जाती है। मेनिक्‍योर-पेडिक्‍योर सबसे पहले नाखूनों को काटा, फाइल, शेपिंग, क्‍यूटकल पर क्रीम लगाना और सफाई करना शामिल है। उसके बाद स्‍पेशल कैंडल जलाकर पिघलाया जाता है। पिघलने के बाद इसके वैक्‍स का इस्तेमाल स्क्रब के रूप में किया जाता है। इससे डेड स्किन निकल जाती है। फिर हॉट टावल रैप से त्वचा को साफ करते हैं। उसके बाद क्रीम बनाने के लिए फिर से कैंडल जलाकर पिघलाया जाता है। इस वैक्‍स से बनी क्रीम का इस्तेमाल अच्‍छे से मॉश्‍चराइज करने के लिए किया जाता है। उसके बाद स्किन ब्राइटनिंग पैक का इस्तेमाल हाथ और पैर के लिए किया जाता है। ये कैंडल थेरेपी आपके हाथ पैरों को अधिक नमी प्रदान करती है।  

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Image Source : afternoondc.in
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