शहद एक ऐसा स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है, जिसका सदियों से एक गुणकारी औषधि के रूप में इस्तेमाल होता आ रहा है। गर्म दूध में शहद मिलाकर पीने को भी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता रहा है। शहद में हीलिंग के गुण होते हैं। इसके साथ ही शहद में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं। इस बात को तो सभी जानते हैं कि दूध और शहद दोनों ही स्वास्थ्य के लिए कितने गुणकारी हैं, दोनों का साथ सेवन किसी औषधि से कम नहीं। दूध में मौजूद विटामिन ए, विटामिन बी और डी की पर्याप्त मात्रा व शहद के गुण आपकी सेहत को दुरुस्त रखते हैं।
भारत में शहद को पहले चिकित्सा की पारंपरिक पद्धतियों के रूप में प्रयोग किया जाता था। शहद को प्राचीन काल से ही त्वचा और आंखों की बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके साथ ही शहद को जख्मों और जलने के दागों पर बैंडेज के रूप में भी प्रयोग किया जाता था। इसके जीवाणु-रोधी तत्व मानवीय शरीर को शुद्ध करने का भी काम करते हैं। अगर आप भी शहद के फायदों से अनजान हैं तो हम आपको इसके ऐसे पांच फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके जरिए आप खांसी जैसी एलर्जी से छुटकारा पा सकते हैं।
सर्दी खांसी से आराम दिलाता है शहद
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि शहद सर्दी-खांसी से लड़ने में एक प्राकृतिक घरेलू नुस्खा है। अमेरिका की एक बाल रोग अकादमी ने शहद को खांसी व कफ के समाधान के रूप में माना है। हालांकि संगठन ने एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद देना हानिकारक बताया है। एक अध्ययन के मुताबिक रात में शहद के सेवन से कफ और खांसी की परेशानी से राहत मिल सकती है और आप अच्छी नींद ले सकते हैं।
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ब्लड प्रेशर को काबू में रखता है शहद
ब्लड प्रेशर यानी की बीपी दिल संबंधी बीमारियों का एक मुख्य कारण है। हालांकि शहद आपके बीपी को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है। शहद में मौजूद ऐंटीआक्सिडंट रक्तचाप को घटाने में मदद करते हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि शहद का सेवन रक्तचाप में कमी लाता है।
संक्रमण से लड़ने में मिलती है मजबूती
मानुका शहद, शहद का एक प्रकार। विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि मानुका शहद में मौजूद एंटी बैक्टीरीयल गुण घाव को जल्दी भरने में मदद करते हैं। शहद के अन्य कार्यों को लेकर अभी विशेषज्ञ पूरी तरह से अवगत नहीं है लेकिन बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण से शहद लड़ने में काफी मददगार साबित हो सकता है।
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डायरिया के समय को घटाता है शहद
विशेषज्ञों का मानना है कि शहद डायरिया की दिक्कत और समय को घटाता है। डायरिया के दौरान शहद के सेवन से शरीर में पोटैसीयम और पानी ग्रहण करने की इच्छा बढ़ती है, जो कि डायरिया की दिक्कत को दूर करने में मददगार साबित होता हैं। शहद खाने से शरीर में पैथोजेन की क्रिया को रोकने में मदद मिलती है, जो कि डायरिया का असली कारण होता है।
शुगर के स्तर को कम करता है शहद
अगर आप मीठे के शौकीन हैं तो चीनी के बजाय आप शहद का प्रयोग कर सकते हैं। शहद चीनी की कमी को पूरा करने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी प्रदान करता है। इसलिए अगर आप अपने खाने में मिठास भरने के लिए चीनी का प्रयोग करते हैं तो इसकी जगह शहद का प्रयोग करें। हालांकि आप इसकी मात्रा का ध्यान जरूर रखें क्योंकि शहद एक स्वीटनर है इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप उसकी कितनी मात्रा ले रहे हैं।
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