अवसाद यानी डिप्रेशन किसी भी इंसान के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बीमारी है। आमतौर पर इस बीमारी के बारे में जल्दी से पता नहीं चल पाता। वजन घटना या फिर अत्यधिक बढ़ना, उदासी, अनिद्रा, खुद को नुकसान पहुंचाने या आत्महत्या करने के विचार आना और एकाग्रता में कमी अवसाद के लक्षण हैं। मासिकधर्म, गर्भावस्था, गर्भपात, महावारी पूर्व सिंड्रोम और रजोनिवृत्ति में हार्मोन परिवर्तन के कारण महिलाओं में अवसाद आम है।
जब भी कोई अवसाद से घिरता है, तो डॉक्टरों की सलाह पर दवाइयों का सहारा लेता है ताकि उससे निकल सकें। लेकिन अवसाद की दवाइयों से कई बार दूसरी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। अगर आप दवाइयों का सहारा नहीं लेना चाहते तो आपके पास घरेलू उपचार का विकल्प भी मौजूद है। हमारी किचन में भी कई ऐसी चीजें हैं, जिससे हम अपने अवसाद को बहुत जल्द दूर कर सकते हैं और वह दवाइयों से अधिक कारगर भी है। आइये जानते हैं कि वो कौन सी चीज़ें हैं जिनसे आप घर पर ही अपने अवसाद का उपचार कर सकते हैं।
सेब
सेब में मौजूद पौष्टिक तत्वों की वजह से ये कहा है कि रोज एक सेब खाने से डॉक्टर से दूर रहा जा सकता है। सेब से न केवल आपका शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी सेब फायदेमंद होता है। सेब खाने से डिप्रेशन दूर रहता है क्योंकि सेब में विटामिन बी, फास्फोरस और पोटैशियम होते हैं जिनसे कि ग्लूटामिक एसिड का निर्माण होता है।
टॉप स्टोरीज़
अंडे
"संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे" इस विज्ञापन में कही गई बात सौ फीसदी सही है। अंडे में पाए जाने वाला डीएचए 50 फीसदी अवसाद को ठीक कर सकता है। साथ ही शरीर को निरोगी रखता है।
काजू
विटामिन बी की मात्रा अधिक होने के कारण काजू हमारे स्वाद और तंत्रिका तंत्र को ठीक रखता है। इसके नियमित सेवन से शरीर अधिक सक्रिय रहता है और ऊर्जा का स्तर भी बढ़ जाता है। इसलिए जब आपको महसूस हो कि आप डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं तो काजू खाना शुरू कर दें।
डेसर्ट और केक
चीनी का प्रयोग अवसाद को दूर करने में किया जाता है। शरीर के शुगर लेवल को ठीक कर नई ऊर्जा देता है। जब भी आप लो फील करें, चीनी से बने पदार्थों का सेवन करें। जूस का एक ग्लास, एक टुकड़ा केक या फिर एक दो चम्मच डेसर्ट को खाकर आप पहले जैसे तरोताजा महसूस कर सकते हैं।
इलायची
इलायची के पिसे हुए बीज को पानी के साथ उबाल कर या चाय के साथ लिया जा सकता है। यह आपके मूड को अच्छा करता है। इसके साथ ही आप तरोताजा महसूस करते हैं।
जैम और टोस्ट
कार्बोहाइड्रेट का सेवन अवसाद के मरीजों के लिए लाभकारी होता है। इसलिए ब्रेड में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट पर जैम लगाकर खाने से अच्छा महसूस करते हैं। ब्रेड की जगह आप मफिंस, ओट मिल्क भी ले सकते हैं।
आयरन युक्त भोजन
आयरन युक्त भोजन से शरीर को ऊर्जा मिलती है। आयरन की सबसे अधिक कमी लड़कियों में होती है इसलिए अक्सर वे अवसाद की शिकार हो जाती हैं। इससे बचने के लिए आयरनयुक्त भोजन करना चाहिए, जो आपके आयरन लेवल को ठीक रखने के साथ आपके मूड को भी ठीक करता है।
पालक
पालक में विटामीन-बी के साथ आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। इसलिए लो फील करने पर कम से कम दो कप पालक का सूप पीने से इससे आप उबर सकते हैं।
अवसाद की समस्या में अपने खानपान में ऊपर लिखे खाद्य पदार्थों को शामिल करने से फायदा तो होता ही है। इसके साथ साथ नियमित रूप से खुली हवा में टहलना, व्यायाम करना, योग का अभ्यास और मेडिटेशन भी काफी फायदा देता है।
Read More Articles on Depression in Hindi