किसी महिला के लिए मां बनना दुनिया का सबसे सुखद और प्यारा अनुभव होता है। लेकिन कई बार कुछ महिलाओ को किसी समस्या के कारण इसका अहसास नहीं हो पाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे की महिला की उम्र अधिक होना, या महिला का किसी शारीरिक समस्या से ग्रस्त होना, अंडे का निषेचन होने में समस्या होना, शरीर का कमजोर होना, उम्र कम होना, बार बार गर्भपात होना, आदि। और ऐसा नहीं है की यदि महिला बहुत समय से कोशिश कर रही है और उसका गर्भ ठहर नहीं रहा है तो वो मां नहीं बन सकती।
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बल्कि यदि आपके बहुत कोशिश करने पर भी आपको मां बनने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो आपको इस बारे में किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करनी चाहिए, जिससे आपको कोई शारीरिक परेशानी है तो आप उसका समाधान कर सकें। इसके अलावा और भी कई टिप्स है जिनका इस्तेमाल करने से आपको मां बनने का सुखद अनुभव मिल सकता है। आइए हम आपको इस लेख में विस्तार से बता रहें उन औषधियों और पोषकतत्वों के बारे में जिसके सेवन से आपको मां बनने में मदद करेंगी।
अश्वगंधा
यह जड़ी बूटी हार्मोन्स-संतुलन को बनाए रखने और प्रजनन अंगों के मुचित कार्य क्षमता को बढ़ावा देने में कारगर है। यह बार-बार हुए गर्भपात के कारण, शिथिल-गर्भाश्य को समुचित आकार में लाकर उसे स्वस्थ बनाने में मदद करती है। इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में अश्वगंधा का एक चम्मच चुर्ण दिन में दो बार लें।
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अनार
यह गर्भाश्य के रक्त प्रवाह में वृद्धि करता है और गर्भाश्य की दिवारों को मोटा करके गर्भपात की संभावना को कम करने के लिए सहायक है। साथ ही यह भ्रूण के स्वस्थ विकास को बढ़ावा देता है। आप ताजा अनार फल भी खा सकते हैं और इसका रस भी पी सकते हैं।
दालचीनी
दालचीनी डिंब-ग्रंथि को सही रूप से कार्य करने में मदद कर सकती है और इस तरह बांझपन से लड़ने में प्रभावशाली सिद्ध हो सकती है। यह पीसीओ जो कि बांझपन के मुख्य कारणों में से एक है उसके इलाज में भी मदद करती है।
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विटामिन-डी
विटामिन-डी गर्भावस्था के लिए और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के लिए आवश्यक है। वास्तव में विटामिन-डी की कमी, बांझपन और गर्भपात का कारण हो सकती है।
खजूर
खजूर, गर्भधारण करने के लिए, आपकी क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं जैसे कि विटामिन ए, ई और बी। एक स्वस्थ नाश्ते के रूप में आप प्रतिदिन 6 से 8 खजूर खाते रहें और दूध, दही और स्वास्थ्य-पेय में भी कटे हुए खजूर का समावेश करें।
संतुलित आहार लें
एक अच्छी तरह से संतुलित आहार लेना, प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए एक और महत्वपूर्ण कारण है। एक स्वस्थ, संतुलित आहार स्वास्थ्य की उस दशा या बीमारियों को रोकने में मदद करता है जो बांझपन का कारण हो सकती है।
योगा और एक्सरसाइज
योगा और एक्सरसाइज से महिलाओं में बांझपन की समस्या को रोकने में मदद मिलती है। इससे ना सिर्फ शरीर स्वस्थ रहता है बल्कि महिलाएं मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहती हैं। योगा करने से तनाव में राहत मिलती है और चिंता भी दूर भागती है। वहीं एक्सरसाइज करने से वजन संतुलित रहता है।
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