कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में इस साल हुए हैं ये नए बदलाव

हर व्यक्ति के जहन में स्वास्थ्य को लेकर तरह तरह की अवधारणाएं होती है।
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कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में इस साल हुए हैं ये नए बदलाव

हर व्यक्ति के जहन में स्वास्थ्य को लेकर तरह तरह की अवधारणाएं होती है। कुछ बातें ऐसी होती हैं जो वास्तव में सही होती है और कुछ बातें ऐसी होती हैं। अगर हम हृदय की बात करें तो ये हमारे शरीर का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग होता है। आज डॉक्टर आर.आर.कासलीवाल आपको हेल्थ से जुड़ी कई खास बातें बताने जा रही है। आइए जानते हैं—

उनका कहना है 'मेरी राय में कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में 2017 में तीन बातें महत्वपूर्ण रहीं। पहली यह कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने ब्लड प्रेशर के संदर्भ में नई गाइड लाइंस तैयार की, जिसके अनुसार 120/80 ही सामान्य(नॉर्मल) ब्लड प्रेशर है। अभी तक ऐसी धारणा प्रचलित रही है कि अगर 120/80 से यानी ऊपर का सिस्टोलिक 120 और नीचे का डायस्टोलिक ब्लडप्रेशर 80 अगर ये दोनों ही 15 या 20 प्वाइंट ज्यादा भी हैं, तो चितिंत होने की जरूरत नहीं है।'

दूसरी महत्वपूर्ण बात यह कि एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रॉल के बारे में यह धारणा थी, यह सेहत के लिए उतना बुरा नहीं है, जितना कि इसे माना जाता है। जैसे अंडा खाने से परहेज क्यों किया जाए क्योंकि इसमें प्रोटीन होता है, लेकिन इस साल यह बात प्रमाणित हो चुकी है कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल किसी भी रूप में दिल के लिए नुकसानदेह है। ट्रांस फैट(तेल में बार-बार किसी खाद्य पदार्थ को तलना) बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। 

तीसरी बात यह कि इस साल लोगों के दिमाग में यह बात घर कर चुकी है कि रोकथाम करना इलाज कराने से बेहतर है। लोग जीवन-शैली में सकारात्मक परिवर्तन कर रहे है। जैसे वे योग, प्राणायाम व व्यायाम करना आदि को काफी महत्व देने लगे हैं। 

डॉ.आर.आर.कासलीवाल सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट
मेदांता दि मेडिसिटी, गुड़गांव 

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