नाश्ते में ब्रेड खाना पंसद है पर वजन बढ़ जाने के डर से नहीं का पाते है। तो आज हम आपको कई तरह के ब्रेड के प्रकारों के बारे में बता रहे है जिनका सेवन भी कर सकते है और वजन बढ़ने का खतरा भी नहीं रहेगा। आप राई ब्रेड, होल ग्रेन ब्रेड आदि का सेवन करे। ये व्हाइट ब्रेड की तुलना में बेहतर होते है। इसमें कैलोरी को नियंत्रण में रखने वाले पोषक तत्व होते है।
कमजोर शरीर में दोबारा जान डाल देगा ये ड्राई फ्रूट, पोषण से है भरपूर
राई ब्रेड
राई ब्रेड 100 फीसदी अनाजमुक्त होती है। इसे ग्लूटन सेंसटीविटी वाले भी खा सकते है। व्हाइट ब्रेड की तुलना में इसमें फाइबर की मात्रा चार गुना होती है और केवल 20 फीसदी कैलोरी होती है। अतिरिक्त फाइबर ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम रखता है। राई से बनी ब्रेड आपके शरीर मे कार्बोहाइड्रेट की जरूरत को पूरी कर देता है। और कैलोरी को भी निंयत्रण में रखता है।
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होल ग्रेन ब्रेड
होल ग्रेन से तैयार की जाने वाली ब्राउन ब्रेड में वाइट ब्रेड से अधिक पोषण होता है। उसनें उच्च मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। साथ ही, ब्राउन ब्रेड में विटामिन बी-6, विटामिन ई, मैग्नीशियम, फॉलिक एसिड, ज़िंक, क़ॉपर और मैगनीज़ शामिल होता है। ब्राउन ब्रेड में वाइट ब्रेड की तुलना में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है।
फ्लैक्सीड ब्रेड
फ्लैक्सीड ब्रेड में सीलेनियम, पोटाशियम और मैंगनीज होता है जो अपने आप में पूर्ण आहार होता है। फ्लैक्सीड ब्रेड में उच्च स्तर का फाइबर और आवश्यक फैटी एसिड होता है। उच्च फाइबर ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम रखता है और फैटी एसिड शरीर की कैलोरीज को संतुलित करने में मदद करता है। ये शरीर की कैलोरी को जलाकर वसा की जगह ऊर्जा में बदल देता है।
ओट्स ब्रेड
ओट्स में बहुत अच्छी मात्रा में ओमेगा 3, फैटी एसिड, फोलेट, और पोटेशियम पाया जाता है।ओट ब्रेड में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। ओट्स में जरूरी ग्लूटन फ्री फैटी एसिड होते है और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बहुत कम होती है। ओट्स ब्रेड आपके पेट को भरा भरा सा रखती है, इससे आपको भूख कम लगती है। तो आप वेज सैंडविच में ओट्स ब्रेड का सेवन कर सकते है।
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