
प्रोबायोटिक्स धीरे-धीरे लोगों के बीच पॉपुलर हो रहे हैं। प्रोबॉयोटिक फूड में न्यूट्रीशन्स बहुत ज्यादा होते हैं। इसके अलावा ये शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया और कीटाणुओं को एक्टिव होने से रोकते हैं, इसलिए अब लोग इन फूड्स का इस्तेमाल करने लगे हैं। प्रोबायोटिक्स बच्चों के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं इसलिए इन फूड्स का सेवन बच्चों को भी करवाना चाहिए।
प्रोबायोटिक्स क्या होते हैं?
प्रोबायोटिक ऐसे जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं, जो प्राकृतिक तौर पर हमारी आँतों में पाए जाते हैं। साथ ही ये कुछ खाद्य पदार्थों में भी या तो प्राकृतिक रूप से उपस्थित होते हैं या फिर इन्हें उन खाद्य पदार्थों में मिलाया जाता है। ये हमारे शरीर में हानिकारक बैक्टेरिया को बढ़ने से रोकते हैं। खास तौर पर यदि किसी बीमारी अथवा किसी दवाई के असर की वजह से हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से मौजूद प्रोबायोटिक्स में कमी आ जाती है तो डायरिया तथा मूत्र नली संबंधी इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
प्रोबायोटिक फूड्स में होते हैं कई गुण
प्रोबायोटिक प्रॉडक्ट्स में लेक्टोबेसिलस और बायफिडोबैक्टीरियम की मात्रा अधिक होती है, जो बॉडी को कई तरह से फायदा पहुंचाती है। दही, लस्सी, आइसक्रीम, इडली जैसे प्रॉडक्ट्स को खासतौर पर इस तरह तैयार किया जा रहा है, ताकि लोगों की बॉडी में प्रोबायोटिक पहुंच पाएं। प्रोबायोटिक प्रॉडक्ट्स में कैल्शियम से लेकर प्रोटीन और विटामिन ए, बी, के तक तमाम चीजें इनके जरिए मिलती हैं।
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बच्चों के लिए प्रोबायोटिक्स के फायदे
आजकल के बच्चों को अनहेल्दी फूड्स जैसे- चिप्स, बर्गर, नूडल्स, पिज्जा और कोल्ड ड्रिंक्स आदि ज्यादा पसंद आते हैं। इन फूड्स के कारण बच्चों को कई तरह की बीमारियों का खतरा होता है जैसे पाचन की परेशानी, पेट में दर्द, डायरिया, फूड प्वायजनिंग आदि। ऐसे में अगर आप बच्चों को प्रोबायोटिक्स वाले फूड्स खिलाते हैं, तो उन्हें कई लाभ मिलते हैं।
बेहतर हो जाता है पाचन
प्रोबायोटिक फूड्स के सेवन से बच्चों का पाचन ठीक रहता है। इसके सेवन से भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को शरीर ठीक से अवशोषित कर पाता है। प्रोबायोटिक फूड्स में लैक्टोबेसिलस नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो पेट से जुड़े रोगों और परेशानियों से बच्चों को बचाता है।
बढ़ती है रोगों से लड़ने की क्षमता
प्रोबायोटिक्स के सेवन से बच्चों के शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता यानि इम्यूनिटी बढ़ती है। बच्चे आमतौर पर रोगों का शिकार जल्दी हो जाते हैं क्योंकि उनकी इम्यूनिटी उतनी अच्छी नहीं होती है जितनी की वयस्क लोगों की होती है। मगर प्रोबायोटिक्स के सेवन से बच्चों की इम्यूनिटी को सुधारा जा सकता है।
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एलर्जी और शरीर में मौजूद जहरीले पदार्थों को खत्म करता है
प्रोबायोटिक्स का सेवन बच्चों को एलर्जी से भी बचाता है। इसके अलावा इसके सेवन से शरीर में मौजूद जहरीले पदार्थ या टॉक्सिन्स भी बाहर निकल जाते हैं। इसलिए बच्चे स्वस्थ और सेहतमंद रहते हैं।
प्रोबायोटिक्स के स्रोत
योगर्ट, कोकोनट मिल्क, अचार, डार्क चॉकलेट, मिल्क स्मूदीज, दही, छाछ, फर्मेंटेड केचअप, फर्मेंटेड जूस, घर पर बनी आइसक्रीम, केक, ब्रेड, चीज आदि।
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