बढ़े हुए ब्लड प्रेशर और खराब पाचन से परेशान लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है अनंतासन, जानें इसे करने की विधि

अनंतासन योग सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। नियमित रूप से इस आसन को करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
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बढ़े हुए ब्लड प्रेशर और खराब पाचन से परेशान लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है अनंतासन, जानें इसे करने की विधि

अनंतासन एक महत्वपूर्ण योग आसन है। इस आसन को विष्णु आसन भी कहा जाता है क्योंकि इस आसन का नाम भगवान विष्णु के नाम पर रखा गया हैं। अनंतासन योग करना हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। इस योग आसन को करने से पूरे शरीर में रक्त का परिसंचरण अच्छी तरह से होता हैं। यह योग पेल्विक मांसपेशियों को बेहतर करता है और प्रोस्टेट ग्रंथि के कार्य को भी बढ़ावा देता हैं। अंग्रेजी भाषा में इसे Lying Down on Sides पोज़ भी कहते है। इस आसन द्वारा शरीर को कई लाभ होते है। यह आसन मांसपेशियों को मजबूत बनाने में बहुत प्रभावी होता है। आइये अनंतासन योग को करने की विधि और उससे होने होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

अनंतासन योग करने की विधि (Steps to do Anantasana)   

विष्णु आसन या अनंतासन योग आसन करने के लिए आपको नीचे कुछ स्टेप्स दी जा रही हैं जिसकी सहायता से आप इस आसन को आसानी से कर सकते हैं।
 
  • अनंतासन योग करने के लिए आप पहले सबसे पहले एक योगा मैट को बिछाकर उस पर दायीं करवट लेकर लेट जाएं। 
  • अपने दोनों हाथों और पैरों को पूरी तरहसे सीधा रखें। 
  • अब अपने दाएं हाथ को कोहनी से मोड़े औरअपने सिर को सहारा दें। 
  • फिर अपने बाएं पैर को घुटने से मोड़ेंऔर घुटने को अपने मुँह की ओर लाएं। 
  • अब बाएं हाथ से बाएं पैर के अंगूठे को पकड़े और पैर को ऊपर की ओर सीधा करें।       
  • इस स्थिति में आपका बायां पैर और बायांहाथ ऊपर की ओर पूरी तरह सीधे होगें।       
  • आप अनंतासन योग को कम से कम 15 से 30 सेकंड तक करने का प्रयास करें।
इसके बाद आप अपनी स्थिति को बदल ले और बायीं करवट लेकर दाएं पैर को ऊपर उठायें। यह क्रिया आपको दोनों तरफ से करनी हैं।

1. ब्लड सर्कुलेशन होगी बेहतर (Beneficial for Blood circulation)

पूरे शरीर में बेहतर रक्त परिसंचरण के लिए अनंतासन योग बहुत ही लाभदायक होता हैं। इस योग को करने के लिए आपको अपने पैर और हाथों को ऊपर उठाना होता हैं जिससे आपके नीचे पूरे शरीर में रक्त की अच्छा मात्रा पहुंचती है। यह श्रोणि क्षेत्र के विकास में भी मदद करता है।

2. मांसपेशियों को रखे सुरक्षित  (Keep muscles safe)

अनंतासन योग पैरों, विशेष रूप से घुटना, टखनों, और जांघों में मांसपेशियों को सुरक्षित करता है। इसके अलावा इस योग से धड़ और पीठ के निचले हिस्से को मजबूत किया जाता है। इस अनंतासन योग का अभ्यास करने से कूल्हों, रीढ़ और छाती की मांसपेशियों को एक अच्छा खिंचाव मिलता है।

3. पाचन के लिए लाभकारी (Beneficial for digestion)

अनंतासन योग हमारी पाचन क्रिया को मजबूत करता हैं और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता हैं। इस आसन के नियमित से अभ्यास पेट में बनाने वाली गैस से हमें छुटकारा मिलता हैं साथ ही यह अन्य पेट में होने वाली समस्या जैसे कब्ज, अपच, दस्त, पेट के ऐंठन आदि के लिए आरामदायक होता हैं।

इसे भी पढ़ें - रीढ़ की हड्डी को मजबूत करे मेरुदंडासन, जानिए मेरुदंडासन करने की विधि और इसके अन्य फायदे

4. जांघों को करे मजबूत (Strengthen thighs)

अनंतासन योग आपके जांघों की मांसपेशियों को मजबूत करने में असरकारी होता हैं। यह आपके कुल्हें को मजबूत करता हैं। हैमस्ट्रिंग को फैलता हैं। यह कमर के दर्द को भी ठीक करता हैं। अनंतासन योग आप आपके कूल्हों और जांघों का वजन कम करता हैं।

5. ब्लड प्रेशर के लिए है असरकारी (Effective for blood pressure)

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए अनंतासन योग बहुत ही अच्छा माना जाता हैं। इसके अलावा यह योग गठिया रोग, कोलाइटिस (Colitis) और सायटिका को ठीक करने में मदद करता है। अनंतासन योग गर्भाशय, मूत्राशय, अंडाशय और प्रोस्टेट से संबंधित विकारों को ठीक करने में भी मदद करता है।

अनंतासन की सावधानियां

अगर आपको रीढ़ की हड्डी या कमर का कोई रोग है तो इस आसन को न करें।यदि आपको पेट से संबंधित कोई रोग है तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही इस आसन को करें।

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