अच्छी सेहत का राज हैं ये 3 फल, ​एनर्जी के साथ सही करते हैं पाचन क्रिया

अच्छी सेहत को बरकरार रखने में फलों का कोई जवाब नहीं है। फल जहां आपको बीमारियों से बचाते हैं, वहीं आपके शरीर को अंदरूनी ताकत भी प्रदान करते हैं। 
  • SHARE
  • FOLLOW
अच्छी सेहत का राज हैं ये 3 फल, ​एनर्जी के साथ सही करते हैं पाचन क्रिया

अच्छी सेहत को बरकरार रखने में फलों का कोई जवाब नहीं है। फल जहां आपको बीमारियों से बचाते हैं, वहीं आपके शरीर को अंदरूनी ताकत भी प्रदान करते हैं। कुछ ऐसे फल हैं, जो गर्मियों में आपकी सेहत को सुरक्षा कवच प्रदान करते हैं। फलों में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हम सभी के अच्छे स्वास्थ्य का आधार हैं। तभी तो डॉक्टर और डाइटीशियन लोगों को फलों के संदर्भ में परामर्श देते हैं। कई आहार संबंधी गाइडलाइंस का निर्देश यह है कि आपकी खाने की प्लेट का आधा हिस्सा फलों और सलाद से पूर्ण होना चाहिए। 

सेहत के रखवाले 

फाइबर से परिपूर्ण फल कार्डियोवैस्कुलर (हृदय और रक्त वाहिनियों से संबंधित) रोगों, डायबिटीज और मोटापे के जोखिम को कम करते हैं। फलों में इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे पोटेशियम के अतिरिक्त फाइटोकेमिकल्स विशेषकर एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइनफ्लेमेटरी और अन्य सुरक्षात्मक तत्व होते हैं, जो बीमारियों से आपका बचाव करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स (रोग रक्षक और जीवन रक्षक तत्व) कोशिका को हुई क्षति को रोकने में मदद करते हैं। 

इसे भी पढ़ें : गन्ने का जूस ज्यादा पीना भी है नुकसानदायक, हो सकती हैं ये 5 परेशानियां

डायबिटीज वाले भी खाएं फल     

इतने फायदे होते हुए भी अगर आपको डायबिटीज है, तो शायद आपने फलों का सेवन कम करने या उन्हें न लेने की कोशिश तो अवश्य की होगी, क्योंकि ‘फल में चीनी अधिक है या फल मीठे हैं।’ आप सोचते होंगे कि फल खाने से आपकी रक्त शर्करा या ब्लड शुगर बढ़ सकती है। गर्मियों में जब आम, लीची, तरबूज जैसे मीठे फल उपलब्ध होते हैं, तो डायबिटीज वालों की दुविधा बढ़ सकती है। डायबिटीज के साथ जीवन जी रहे लोगों के लिए यह जानना आवश्यक है कि फल डायबिटीज वालों के लिए प्रतिबंधित नही हैं। जहां फल अपनी मिठास से लुभाते हैं, वहीं फल हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग से बचाव भी करते हैं। 

फाइबर का मेल 

हालांकि फलों में कार्बोहाइड्रेट होता है, परंतु साथ ही साथ फलों में फाइबर भी है। फलों में पाए जाने वाला कार्बोहाइड्रेट डिब्बाबंद और रिफाइंड पदार्थों में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट के समान ब्लड शुगर नहीं बढ़ाता। फलों का फाइबर आपकी भूख भी कम करता है और वजन घटाने में मदद करता है। समझना यह है कि फल आप कितनी मात्रा में खा सकते हैं,क्योंकि अनाज की तरह फल में भी कार्बोहाइड्रेट है और डायबिटीज वाले सभी लोगों को कार्बोहाइड्रेट निश्चित मात्रा में ही खाना चाहिए। फल की एक सर्विंग में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए। अगर आप कम कार्बोहाइड्रेट  वाले फल खा रहे हैैं जैसे स्ट्रॉबेरी, आड़ू, जामुन और टमाटर तो आप अधिक खा सकते हैं। कुछ फलों को उदाहरण के रूप में ले सकते हैं। जैसे—

इसे भी पढ़ें : 15 से 20 साल तक के बच्चों को कभी नहीं खाने चाहिए ये 2 फूड

स्ट्रॉबेरी

इसमें पालीफेनोल है  जो  कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा कर सकता है, जिससे ब्लड शुगर को सामान्य करने के लिए कम इंसुलिन की आवश्यकता होती है। आप लगभग 1 कप स्ट्ऱॉबेरी एक वक्त की सर्र्विंग में खा सकते हैं। 

केला है लाजवाब

एक मध्यम आकार का केला भी 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट ही प्रदान करता है। केला पोटेशियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है, जो आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में भी मदद करता है। आप आधा कप छोटा टुकड़ा किया हुआ आम, या तिहाई कप चीकू या पाइनएपल भी खा सकते हैं। इन फलों को खाना खाने के तुरंत बाद न खाएं कुछ अंतराल जरूर दें। 

पूरा फल खाना बेहतर 

फलों का रस निकालने से हम फाइबर हटा देते हैं और फाइबर के बगैर फल का शुगर तेजी से अवशोषित होता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। रस के विपरीत पूरा फल खाना बेहतर है।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Healthy Eating In Hindi

Read Next

एंफ्लुएंजा, मलेरिया और डायबिटीज जैसे कई रोगों का काल है ग्रेपफ्रूट यानि चकोतरा

Disclaimer