हमने न जाने कितनी बार ये पढ़ा और सुना है कि पौष्टिक आहार व हरी सब्जियां हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक हैं और हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचा सकती हैं। लेकिन जब बात इन्हें खाने की आती है तो हम मुंह बनाने लगते हैं। हमारा स्वास्थ के प्रति ये लचर रवैया हमें अक्सर गंभीर समस्याओं में डाल देता है।
लेकिन हम अकसर इस बात को भूल जाते हैं कि हमारा आहार ही हमारी सेहत का आधार है। हम जो खाते हैं उसी से हमारी सेहत बनती है और उसी से हमें बीमारियां भी मिल सकती हैं। अगर बात कैंसर की हो, तो दुनिया भर में लाखों लोग इसके कारण मौत का ग्रास बन जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे आहार हैं, जिन्हें अगर हम अपने आहार में शामिल करें, तो इस बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं।
ब्रोकली
ब्रोकली कैंसर से बचाने में आपकी मदद करती है। ब्रोकली में फिटाकेमिकल्स अधिक मात्रा में होते हैं। जब आप इसे चबाते हैं तो ये एंजाइम्स आपके सिस्टम का हिस्सा बन जाते हैं। ये हर्मोन कैंसर से बचाने में काफी मददगार माने जाते हैं। हालांकि मानव शरीर कुदरती रूप से भी इन हॉर्मोंस का निर्माण करता है, लेकिन जब ब्रोकली इनका स्राव करती है, तभी वे भी सक्रिय हो जाते हैं। कई शोध इस बात को साबित कर चुके हैं कि ब्रोकली शरीर में कैंसर कोशिकाओं का निर्माण होने से रोकती है। ब्रोकली में मौजूद तत्व शरीर को डिटॉक्सीफाई होने में मदद करते हैं। इससे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। इससे हम बुरे बैक्टीरिया से बचे रहते हैं।
टमाटर
लाल टमाटर खाने का स्वाद तो बढ़ाते ही हैं साथ ही साथ ये आपके शरीर को कई खतरनाक बीमारियों से बचाने में भी मदद करते हैं। लाल टमाटर में लिकोपिन नाम का रसायन होता है। यह फिटोकेमिकल टमाटर को कैंसर से लड़ने का एक कारगर हथियार बनाने में मदद करता है। कई शोध इस बात को प्रमाणित कर चुके हैं कि लिकोपिन कई प्रकार के कैंसर को बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इसमें स्तन कैंसर, फेफड़े का कैंसर और अन्य कई कैंसर भी शामिल हैं। शोध इस बात की ओर भी इशारा करते हैं कि लिकोपिन कैंसर कोशिकाओं के हमले से शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को बचाता है, जिससे कैंसर को फैलने से रोका जा सकता है। इसके साथ ही यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करता है।
लहसुन की सुन
लहसुन की गंध भले ही आपको पसंद न हो, लेकिन कैंसर से बचाने में यह बहुत मदद करता है। यदि किसी को पहले से कैंसर है, तो उसे भी लहसुन का सेवन करना चाहिए। लहसुन का सेवन करने से कैंसर कोशिकायें जल्दी खत्म होती हैं और डीएनए जल्दी रिपेयर होते हैं। लहसुन में एच. पाइलोरी सहित अन्य बैक्टीरिया से लड़ने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो अल्सर व पेट के कैंसर का कारण बनते हैं।
लहसुन का पूरा फायदा पाने के लिए लहसुन की कुछ लौंग छील लें और पकाने से पहले 15 से 20 मिनट के लिए बाहर खुले में रहने दें। ऐसा करने से इसके सल्फर वाले एंजाइम सक्रिय और यौगिक मुक्त हो जाते हैं। लहसुन कैंसर के खतरे को रोकने या कम करने के लिए 'ऐलीअम' परिवार में सबसे ऊपर आता है।
मशरूम
मशरूम एक पोष्टिक व स्वादिष्ट सब्जी है। इसका सेवन कैंसर से बचाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करता है। मशरूम में बीटा-ग्लूकण पाया जाता है, साथ ही इसमें लेक्टिन नामक प्रोटीन भी होता है। लेक्टिन कैंसर कोशिकाओं पर हमला करता है और उन्हें बढ़ने से रोकता है। मशरूम शरीर में इंटरफेरॉन के उत्पादन को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
अदरक
अदरक में पाये जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स कैंसर के सेल्स से लड़ने में मदद करते हैं। नियमित रूप से अदरक खाने से कैंसर होने की संभावना काफी हद तक कम होती है। इसके अलावा अदरक कोलेस्ट्राल का स्तर भी कम करता है। यह खून का थक्का जमने से रोकता है। इसमें एंटी फंगल और कैंसर के प्रति प्रतिरोधी गुण भी पाए जाते हैं।
गाजर
गाजर कमाल के स्वाद व स्वास्थ्य गुणों वाली सब्जी होती है। इसके सेवन से कैंसर जैसे रोगों से बचने में भी मदद मिलती है। गाजर में बीमारी से लड़ने वाले पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट जैसे बीटा कैरोटीन आदि प्रचुर मात्रा में होते हैं। जो कि कोशिका झिल्ली की क्षतिग्रस्त होने से रक्षा और कैंसर कोशिकाओं के विकास की गति को धीमा करते हैं। इस संदर्भ में न्यूकैंसल यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी आफ साउदर्न डेनमार्क के विज्ञानियों ने अपने एक शोध में पाया था कि गाजर में कुदरती जीवाणु नाशक फैलकैरिनाल पाया जाता है, जो मानव के लिए लाभदायक है। शओधकर्ताओं ने बताय था कि फैलकैरिनाल कैंसर की आशंका को 33 प्रतिशत तक कम करने में सहायक है।
स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी का मीठा और रसीला फल कई बीमारियों की स्वादिष्ट दवा भी होता है। स्टॉबेरी विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है। इसे खाने से न सिर्फ ब्लड प्रेशर कम करने में मदद मिलती है, बल्कि इम्यून सिस्टम भी मजबूत बनता है। इसमें मौजूद फिनॉल्स की पर्याप्त मात्रा इसे एंटी-ऑक्सिडेंट और एंटी-इन्फ्लामेट्री गुणों से भरपूर बनाती है। जिस कारण यह एक एंटी-कैंसर एजेंट की तरह भी काम करती है।
हाल में हुए एक शोध से पता चला कि बैरी एक्ट्रेक्ट्स, विशेष रूप से काली रसभरी और स्ट्रॉबेरी पेट के कैंसर की रोकथाम में अत्यधिक शक्तिशाली थे। कई अन्य शोधकर्ताओं ने दिल की बीमारियों और स्मृति में गिरावट से रक्षा करने में बेरी फल की क्षमता होने की बात कही है। स्ट्रॉबेरी में बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट जैसे एलजिक एसिड और विटामिन सी आदि होते हैं। एलैजिक एसिड के गुणों की जांच के लिए किये गए कई प्रयोगशाला परीक्षणों से पता चलता है कि स्ट्रॉबेरी में शरीर में कैंसर का कारण बनने वाले पदार्थों को नष्ट करने की क्षमता होती है।
इसके अलावा एसिया बेरी एसिया बेरी एंटी-आक्सीडेंट गुणों से भरी होती है। यह बेरी कैंसर के अलावा दूसरे कई रोग के लिए प्रतिरोध का काम करती है। एक बेरी में सेब से 11 गुणा ज्यादा एंटीआक्सीडेंट पाया जाता है। वहीं फ्रेश वेजनटेबल जैसे बीन, मसूर का दाल, फली और मटर और अड़ों में काफी मात्रा में विटामिन पाया जाता है। यह क्षतिग्रस्थ सेल्स को रिपेयर करने में मदद करता है और कैंसर से भी बचाता है।
देखिए यह जरूरी नहीं है कि सही आहार का सेवन करने से आपको कोई भी शारीरिक तकलीफ नहीं होगी, लेकिन इतना तो जरूर तय है कि उचित आहार का सेवन करने से आपके शरीर की काफी परेशानियां कम हो जाएंगी और आपका शरीर स्वस्थ रहेगा।
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