मसूड़ों में सूजन, दांतों से खून, सांसों की दुर्गंध और मुंह में छाले, इन सब पर अगर लापरवाही की जाए तो आप जानलेवा बीमारी का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में ओरल हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है क्योंकि मुंह की सफाई ठीक तरीके से न होने पर अनेक बीमारियां हो जाती हैं। कुछ लोगों को लगता है कि मात्र ब्रश करना ही ओरल हेल्थ के लिए जरूरी है। पर ऐसा नहीं है। अपनी दिनचर्या में कुछ नियमों को अपनाना बहुत जरूरी है।
कैसे आती है दांतों और मसूड़ों में सूजन? क्यों बदलता है जीभ का रंग? आइसक्रीम खाने से क्यों होती है सेंसिटिविटी की परेशानी? इन सभी सवालों के जवाब आपको आगे दिए जा रहे हैं। साथ ही हम ये भी जानेंगे कि किन उपायों को करने से इन सभी परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
क्यों बदलता है जीभ का रंग?
क्या आपने कभी जीभ के रंग पर गौर किया है? अगर नहीं तो बता दें कि आपकी जीभ लाल हो, नीली हो या सफेद, इससे आपकी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। आपके शरीर में पानी की कमी होने पर जीभ का रंग लाल होने लगता है। वहीं अगर जीभ नीली पड़ रही है तो समझ जाएं कि आपको सांस संबंधित बीमारी है। जीभ का सफेद पड़ना यानि शरीर में रोग होना। ऐसा तब होता है जब आप अपनी जीभ की सफाई सही से नहीं करते हैं। फंगल इंफेक्शन और सांसों में बदबू पैदा होने का भी यही कारण है। इसके अलावा यदि आपकी जीभ पर काले धब्बे पड़ रहे हैं तो समझ जाएं कि आपको बैक्टीरियल इंफेक्शन हुआ है। ये समस्या गलत टूथपेस्ट का उपयोग करने या हार्मोनल बदलाव के कारण हो सकती है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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मजबूत हों आपके मसूड़े
अगर आपके मसूड़े कमजोर हैं तो इसका प्रभाव आपके दांतों पर भी जरूर होगा। ध्यान दें, जो लोग रोज ब्रश नहीं करते हैं उनके दांतों और मसूड़ों के बीच में मैल जमा होने लगता है। यही कारण है कि दांतों की जड़ें कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में अगर आपके दांत हिलने लगें या ब्रश करने पर मसूड़ों से खून आए तो बिना देरी किए डॉक्टर को दिखाएं।
क्यों होता है जबड़े में दर्द
जबड़े में तब दर्द होता है जब दांत सड़ने लगते हैं या जबड़े की हड्डी संक्रमित हो जाती है। इसके अलावा जो हड्डी कनपटी को नीचे वाले जबड़े से जोड़ती है उसमें यदि किसी भी प्रकार की दिक्कत आती है तब भी जबड़े में दर्द होना स्वभाविक है। ऐसे में डॉक्टर्स कहते हैं कि तुरंत अपने दांतों का, जबड़े की हड्डी का और मासपेशियों का परीक्षण अवश्य करवाएं।
आइसक्रीम से दांतों को नुकसान
आइसक्रीम सबको पसंद है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे खाने से सेंसिटिविटी की परेशानी हो सकती है। कारण है डार्क सोडे में कृत्रिम रंग मिला होना। इससे आपके दांतों के इनेमल में नुकसान पहुंच सकता है।
कुछ घरेलू उपाय
1. दिन में दो बार ब्रश करें और नरम टूथब्रश का उपयोग करें।
2. हर हफ्ते या 15 दिन में अपने मुंह की जांच जरूर कराएं।
3. मिठाई, कोल्ड ड्रिंक, जंक फूड आदि की बजाय स्वस्थ आहार का सेवन करें।
4. खाना खाने के तुरंत बाद दांतों को अच्छे से साफ करें और कुल्ला करना न भूलें।
5. खाने के बाद सौंफ का सेवन अवश्य करें। इसके दो फायदे हैं। सबसे पहला मुंह से दुर्गंध नहीं आती और दूसरा खाना पच जाता है।
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