नई मां का डायट प्लान हो कैसा, जानें यहां!

गर्भावस्था के बाद वजन कम करना और फिट होना एक क्रमिक प्रक्रिया होनी चाहिए कहीं ऐसा न हो कि आपका बच्चा किसी भी तरह से प्रभावित हो, आइए जानें नई मां का आहार किस प्रकार का होना चाहिए।
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नई मां का डायट प्लान हो कैसा, जानें यहां!

डि‍लीवरी के बाद महिलाएं एक प्‍यारे से बच्‍चे की मां बन जाती है लेकिन अक्‍सर अपने आकर्षण और गर्भावस्‍था के दौरान बढ़ें अतिरिक्त वजन के साथ खुद को फिट नहीं पाती हैं। बेशक, आपके बच्चे ने आपके जीवन को सुंदर बना दिया है, लेकिन आप अपने आपको अपने गर्भावस्था-पूर्व के कपड़ों में फिट हो कर स्वयं को खूबसूरत महसूस करना चाहती हैं। तो इसे धीमी गति से लें।

 

गर्भावस्था के बाद वजन कम करना और फिट होना एक क्रमिक प्रक्रिया होनी चाहिए कहीं ऐसा न हो कि आपका बच्चा किसी भी तरह से प्रभावित हो। आपको आहार, व्यायाम और धैर्य की जरूरत है। पोषण संबंधी आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

 

हाल ही में मां बनने की वजह से आप अपने बच्चे को स्तनपान कराती होंगी, हालांकि इससे आपकी पोषण संबंधी आवश्यकताएं नहीं बदलती लेकिन कुछ बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

 

संतुलित आहार जारी रखें

आपकी दैनिक पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के अलावा संतुलित आहार आपके ऊर्जा भंडार को बनाए रखने के लिए जरुरी है जिसकी अब आपको और अधिक आवश्यकता होगी क्योंकि आपको बच्चे का ख्याल रखना है। विभिन्न फलों और सब्जियों के स्रोतों से कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन की अधिकतम मात्रा लेनी चाहिए।

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विभिन्न प्रकार के फल और सब्जियां लें

फाइबर में अधिकता वाले खाद्य पदार्थ लेने से आपको पूरा पोषण मिलेगा और एक लंबे समय के लिए आप भरा महसूस करेंगी और भूख कम लगेगी।

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क्रमिक ढंग से अतिरिक्त पाउंड घटाएं

तेजी से वजन कम होने से आपके शरीर की प्रणाली को नुकसान पहुंच सकता है और आप अस्वस्थ हो सकती हैं। आपकी तंदुरुस्त स्थिति का सीधा असर आपके बच्चे पर पड़ता है इसलिए फिटनेस को अपने और अपने बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक क्रमवार प्रक्रिया बनाएं। डायटिंग या सीमित मात्रा में भोजन लेने से बच्चे के लिए आपके शरीर के दुग्ध उत्पादन प्रभावित हो सकता है और इससे आप कुपोषित हो सकती हैं। कम वसा वाले उत्पादों जैसे टोंड दूध, दही और अन्य डेयरी उत्पादों को चुनें। अपने गर्भावस्था-पूर्व वजन को हासिल करने के लिए अपने आपको छह महीने से एक वर्ष का समय दें।

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मछली सेवन का चुनाव या सीमित करें

कुछ मछलियों की किस्में विशेष रूप से समुद्री मछलियां जो कि आकार में बड़ी होती हैं जैसे स्वोर्डफ़िश, शार्क, ट्यूना और किंग मैकारेल से बचना चाहिए क्योंकि इनमें पारा (मर्करी) उच्च स्तर में पाया जाता है। ताजे पानी वाली मछलियों जैसे कटाला और रोहू को चुनें जो मध्यम आकार की होती हैं और पारा होने की संभावना कम होती है। मछलियों ओमेगा 3-वसा प्रचुर मात्रा में होती है जो भ्रूण के मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक है।

 

शराब के सेवन से बचें

यदि आप स्तनपान कराती हैं, तो आपको शराब के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह आपके स्तन के दूध पहुंच कर आपके बच्चे को परेशान या संभावित नुकसान पहुंचा सकता है। शराब एक दूध पिलाने वाली माता के उत्पादन को भी प्रभावित कर सकता है। शराब के स्तन के दूध पर प्रभावों पर कई परस्पर विरोधी अध्ययन हैं जो आपको उलझन में डाल सकते हैं लेकिन बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शराब से दूर रहना सुरक्षित होगा।

 

जंक या फास्ट फूड से बचें

गर्भावस्था के बाद भी, आपको अपने पोषण स्तर और स्वास्थ्य का खयाल रखने की जरूरत है इसलिए "वास्तविक" खाने को चुनें। आप सप्ताह में एक बार अपनी इच्छानुसार खा सकती हैं।

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पानी का खूब सेवन करें

यदि आप स्तनपान कराती हैं तो निर्जलीकरण को दूर रखने के लिए पानी और अन्य स्वस्थ तरल पदार्थों का सेवन करना याद रखें।

 

मसालेदार खाना खाने से बचें

यह आपके स्तनपान करने वाले बच्चे को चिड़चिड़ा और भड़कीला बना सकता है। अधिक स्वादिष्ट और मसालेदार भोजन के उपभोग से आपके दूध की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है जिससे आपका बच्चे को गैस हो सकती है और वह चिचिड़ा हो सकता है। अपने खाने की तरफ ध्यान दें और देखें कि आपका दूध पीने वाल बच्चा कैसे प्रतिक्रिया करता है क्योंकि हो सकता है कुछ खाद्य पदार्थों का कारण उसे एलर्जी हो जाये या वे समय आपके बच्चे के लिए उपयुक्त नहीं हों।

 

दवाएं

स्‍तनपान कराने वाली माताओं को दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए। फिर भी, यदि आपको जरूरत महसूस हो तो अपने चिकित्सक से पहले परामर्श करें क्योंकि कुछ दवाईयां स्‍तनपान करने वाले बच्चों के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं।




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