
गर्भावस्था के दौरान महिलाएं उन अनुभवों को महसूस करती हैं जो उनके जीवन में पहले कभी नहीं आएं। कई बार महिलाओं को गर्भधारण के दौरान कुछ समस्याएं भी हो जाती हैं जिनसे वे बिल्कुल अंजान होती हैं। आपको जानकर शायद हैरानी होगी कि गर्भधारण की परेशानी का एक कारण दांतों और मसूड़ों की बीमारी भी हो सकता है। आमतौर पर महिलाओं को नियमित रूप से दांतों की सफाई करनी चाहिए। आइए जानें मां बनने के लिए दांतों और मसूड़ो की बीमारियों से क्या समस्याएं आ सकती हैं।
- हाल ही में हुए शोधों से इस बात का खुलासा हुआ है कि गर्भधारण करने वाली महिलाओं को नियमित रूप से अपने दांतों की सफाई करनी चाहिए। सिर्फ ब्रश करना ही नहीं बल्कि समय-समय पर दांतों की जांच करवाना, टंग क्लीनर का इस्तेमाल भी करना चाहिए।
- रिसर्च इस बात का भी खुलासा करते हैं कि खराब दांत या फिर मसूड़ों की खराब हालत भी बांझपन के लिए जिम्मेदार हो सकती है। यानी बांझपन के अन्य कारणों में दांत और मसूड़ों की बीमारी भी शामिल हैं।
- खराब दांतों से बांझपन की संभावना तो बढ़ती ही है, इसके अलावा खराब दांतों से गर्भधारण में दो-तीन महीने की देरी होना भी स्वाभाविक हैं।
- दरअसल, मसूड़ों में सूजन, दांतों में सड़न इत्यादि के कारण शरीर की सामान्य काम करने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। जिसका प्रभाव गर्भधारण पर भी पड़ता है। इसीलिए समय रहते दांतों और मसूड़ों की देखभाल ज़रूर करें।
- दांतों और मसूडो़ में समस्या होने से डायबिटीज,हृदय संबंधी रोग, गर्भपात और शुक्राणुओं में कमी इत्यादि जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
- गर्भधारण से पहले महिलांए डॉक्टर्स से कई तरह की सलाहें लेती हैं, चेकअप करवाती हैं , ठीक इसी तरह से जल्दी गर्भधारण के लिए उन्हें नियमित रूप से अपने दांतों और मसूड़ों का भी चेकअप करवाना चाहिए व इसकी पूरी देखभाल भी करनी चाहिए। यानी मां बनने से पहले आपका पूर्ण रूप से स्वस्थ होना बेहद जरूरी हैं।
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