
चेहरा मन का आईना होता है। तो प्लास्टिक सर्जरी करवाने से पहले दो बार विचार करें। जरा सी चूक चेहरे पर उम्र भर के लिए निशान छोड़ सकती है। तो, प्लास्टिक सर्जरी करवाने से पहले सभी जरूरी बातों का जरूर ध्यान रखें। इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हो जाएं कि आपको प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत है अथवा नहीं। राइनोप्लास्टी एक कास्मेटिक सर्जरी है जिसमें नाक को नया आकार और रूप दिया जाता है। राइनोप्लास्टी के जरिए खूबसूरत नाक पा सकते हैं। राइनोप्लास्टी में नाक की टिप-ब्रिज चपटी, मोटी, छोटी, लंबी और सभी प्रकार की कमियों को दूर किया जा सकता है। इसमें बोन ग्राफ्ट या कार्टिलेज ग्राफ्ट दोनों किया जा सकता है।
सर्जरी के दौरान डॉक्टर एक चीरा लगाते हैं, जिससे वे उन हड्डियों और कार्टिलेज तक पहुंच सकें जो नाक को सपोर्ट करती हैं। यह चीरा इस तरह लगाया जाता है कि सर्जरी के बाद नजर न आए। हड्डी और कार्टिलेज (उपास्थि) को मनमुताबिक समायोजित किया जाता है और फिर उसे पुन: व्यवस्थित कर दिया जाता है।
सर्जरी के बाद क्या
नये आकार को सहारा देने के लिए नाक पर एक पट्टी लगा दी जाती है। एक हफ्ते के बाद पट्टी हटाकर चेहरे पर सूजन आदि की जांच की जाती है। आपकी आंखों ओर नाक के पास के क्षेत्र में कुछ दिनों तक सूजा हुआ लग सकता है। यह सूजन और खरोंच ठीक होने में दो सप्ताह का वक्त लग सकता है। सर्जरी के कई दिनों बाद तक आपको अपना सिर ऊंचा रखना पड़ता है। इसके साथ ही आपको सलाह दी जाती है कि आप अपनी गतिविधियां भी कम रखें। अधिक शारीरिक श्रम की मांग करने वाले क्रियाकलापों में भी शामिल होने से आपको कुछ हफ्तों तक रुकना पड़ता है।
क्यों की जाती है सर्जरी
राइनोप्लास्टी से नाक को नया आकार, रूप दिया जाता है। इसके अलावा यदि नाक में किसी प्रकार की कमी हो, तो राइनोप्लास्टी द्वारा उसे भी सुधारा जा सकता है। इसके साथ ही यह सर्जरी चेहरे के साथ नाक का बेहतर समायोजन बनाने के मकसद से भी करायी जा सकती है। सर्जरी के दौरान किये जाने वाले बदलावो से आपको कंजक्शन और सांस की समस्या से लड़ने में भी मदद मिलती है।
नाक की सर्जरी के नतीजे
सर्जरी का परिणाम इस बात पर निर्भर करता है कि आखिर नाक में किस प्रकार के बदलाव किये गए। इस सर्जरी के परिणाम स्थायी होती हैं। हालांकि सर्जरी के बाद नाक पर किसी प्रकार की चोट लगने से इनमें बदलाव आने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इस प्रकार की सर्जरी एक खास उम्र के बाद ही की जा सकती है। यानी महिलाओं में 15-16 वर्ष की उम्र के बाद ही यह सर्जरी की जा सकती है वहीं पुरुषों में 17-18 के बाद ही नाक सर्जरी के लिए तैयार होती है।
जोखिम
स्थायी सूजन के अलावा चेहरे पर खरोंच के निशान भी रह सकते हैं। इसके साथ ही आपको निम्न समस्यायें भी हो सकती हैं-
- रक्तस्राव
- नाक की झिल्ली पर चोट
- त्वचा संबंधी समस्यायें
- नाक अवरुद्ध होना
इसके अलावा यह भी संभव है कि सर्जरी के बाद भी आपको अपेक्षित परिणाम न मिलें। तो अपने चेहरे में किसी भी प्रकार का बदलाव लाने से पहले अच्छी तरह गंभीरता से जरूर विचार कर लें। ताकि, आपको जीवन भर परेशान न होना पड़े।
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