World Blood Donor Day 2022: रक्तदान से लगता है डर? कहीं इस डर का कारण ये 5 मिथ तो नहीं?

World Blood Donor Day 2022: हो सकता है इन 5 अफवाहों और मिथकों के कारण ही आपको रक्तदान करने में डर लगता हो, जानें इनकी सच्चाई क्या है।
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World Blood Donor Day 2022: रक्तदान से लगता है डर? कहीं इस डर का कारण ये 5 मिथ तो नहीं?

विश्व रक्तदान दिवस यानी World Blood Donor Day हर साल 14 जून को मनाया जाता है। अक्सर आपने देखा होगा कि लोग स्वस्थ होने के बावजूद रक्तदान करने से घबराते हैं क्योंकि उन्हें इसके बारे में कई तरह के भ्रम होते हैं। रक्तदान को महादान इसीलिए कहा जाता है क्योंकि रक्तदान से आप किसी की जिंदगी बचा सकते हैं। इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि आपकी वजह से इस दुनिया में कोई सांस पा रहा है और जिंदगी जी पा रहा है। अगर आपको भी रक्तदान के संबंध में ये 5 भ्रम हैं तो इन्हें दूर करें और निश्चिंत होकर ब्लड डोनेट करें।

1. शरीर में हो जाएगा खून कम

लोगों को लगता है कि अगर उन्होंने रक्तदान किया, तो उनके शरीर में खून की कमी हो जाएगी और शरीर कमजोर हो जाएगा। मगर आपको बता दें कि खून देने के महज 48 घंटे बाद ही आपका शरीर खून की कमी को पूरा कर लेता है। और इन 48 घंटों के दौरान भी आपको कोई बड़ी समस्या नहीं होने वाली है। अगर आप स्वस्थ हैं, तो हर 3 महीने में अपना रक्तदान कर सकते हैं। इससे आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा।

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2. शरीर में आ जाएगी कमजोरी

कुछ लोगों का मानना है कि रक्तदान करने से उनका शरीर कमजोर हो जाएगा और वो बीमारियों का शिकार हो जाएंगे। मगर आपको बता दें कि ऐसा नहीं है। रक्तदान करने के कुछ घंटों तक आपको थोड़ी सी कमजोरी महसूस हो सकती है मगर अगर आप पर्याप्त तरल पदार्थ लेते हैं, तो आपको कोई कमजोरी नहीं महसूस होगी। यहां तक कि आप रक्तदान करने के बाद अकेले ही अस्पताल से घर जा सकते हैं।
रक्तदान करने से शरीर में आयरन का रेगुलेशन बेहतर होता है इसलिए किडनी भी स्वस्थ रहती है।

3. डेली रूटीन बिगड़ जाएगा

लोगों में रक्तदान से जुड़ा एक भ्रम ये भी है कि रक्तदान करने के बाद उनको ज्यादातर समय आराम करना पड़ेगा इसलिए उनका डेली रूटीन बिगड़ जाएगा। लेकिन आपको बता दें कि रक्तदान के बाद आपको डेली रूटीन में कोई परिवर्तन करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप अपने रोजमर्रा के सभी काम आसानी से कर सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि रक्तदान के अगले 12 घंटों तक आप एक्सरसाइज करने या भारी सामान उठाने से बचें।

4. इतना समय नहीं है ब्लड डोनेट करें

कुछ लोगों का मानना है कि उनके पास इतना समय नहीं है कि वो ब्लड डोनेट कर सकें। लेकिन आपको बता दें कि रक्तदान की पूरी प्रक्रिया में केवल 15-20 मिनट का समय लगता है और रक्त निकालने में तो 5 मिनट से भी कम समय लगता है।

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5. रक्तदान में होता है दर्द

कई लोगों को लगता है कि शरीर से रक्त निकालने की प्रक्रिया में दर्द होता है और कुछ लोग सुई से डरते हैं इसलिए रक्तदान नहीं करते हैं। मगर आपको बता दें कि रक्तदान की पूरी प्रक्रिया बहुत सरल और आसान है और इसमें आपको किसी तरह का दर्द नहीं महसूस होगा। सिर्फ एक बार सुई चुभने का एहसास होगा। हां इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि 17 साल से कम उम्र के लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं।

किन लोगों को नहीं करना चाहिए ब्लड डोनेट

  • एड्स के रोगियों को ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए।
  • कैंसर के मरीजों को रक्तदान से बचना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को रक्तदान नहीं करना चाहिए।
  • 17 साल से कम उम्र के बच्चों को रक्तदान नहीं करना चाहिए।

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