
लौंग एक ऐसी औषधी है जिसके जो कई गुणों से संपूर्ण है। वैसे तो यह सदाबाहर औषधी है लेकिन इसकी तासीर गर्म होने के चलते सर्दियों में इसके सेवन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। लौंग में फॉस्फोरस, पोटैशियम, प्रोटीन, आयरन, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्
लौंग एक ऐसी औषधी है जिसके जो कई गुणों से संपूर्ण है। वैसे तो यह सदाबाहर औषधी है लेकिन इसकी तासीर गर्म होने के चलते सर्दियों में इसके सेवन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। लौंग में फॉस्फोरस, पोटैशियम, प्रोटीन, आयरन, सोडियम, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम और हाइड्रोक्लोरिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। सिर्फ यही तत्व ही नहीं लौंग में विटामिन 'ए' और 'सी' के साथ ही साथ मैगनीशियम और फाइबर भी पाया जाता है। सर्दियों में इन गुणों से भरपूर लौंग की चाय पीना सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। आज हम आपको लौंग की चाय के फायदों के बारे में बता रहे हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो—
- लौंग की चाय से पाचन संबंधी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। लौंग की चाय पाचन तंत्र को भी उत्तेजित करती है तथा एसीडिटी को कम करती है। खाना खाने से पहले लौंग की बनी चाय पीने से लार के उत्पादन की प्रक्रिया उत्तेजित होती है। जो भोजन पाचने में मददगार होती है।

- जिन लोगों को दांत में दर्द की समस्या होती है लौंग की चाय से वह भी दूर होता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं। लौंग का तेल दांत दर्द से आराम दिलाने में बहुत ही लाभदायक होता है। लौंग का तेल लगाने से दर्द छूमंतर हो जाता है। दर्द के समय अगर एक लौंग मुंह में रख लें और उसके मुलायम होने के बाद उसे हल्के-हल्के चबाएं तो दांत दर्द ठीक हो जाता है।
- सिर दर्द होने पर लौंग को पीसकर माथे पर लगायें। इससे आपको फौरन फायदा होगा। लौंग का तेल भी दर्द में फायदेमंद होता है। नारियल के तेल में लौंग तेल की कुछ बूंदे मिलाकर सिर पर मालिश करने से दर्द दूर होता है।
- साइनस या चेस्ट में कफ की समस्या को दूर करने में भी लौंग की चाय सहायक होती है। अगर आपको साइनस की शिकायत हैं तो प्रतिदिन सुबह लौंग की चाय पीने से इंफेक्शन समाप्त हो जाता है और साइनस से राहत मिल जाती है। लौंग में उपस्थित यूगेनॉल भरी हुई चेस्ट से तुरंत राहत प्रदान करने में सहायक होता है।
- अगर आप अर्थराइटिस के दर्द से जूझ रहे हैं तो लौंग की चाय इस दर्द से राहत दिलाने में आपकी मदद कर सकती है। इसमें मौजूद शक्तिशाली एनाल्जेसिक तत्व जोड़ों, मांसपेशियों के दर्द और सूजन के लिए लाभकारी होता है। दर्द होने पर प्रभावित स्थान पर लौंग की चाय से सेंक करें। साथ ही नियमित रूप से 20-30 मिनट दो से तीन बार ठंडी चाय लगाने से राहत मिलती है।
- लौंग की पांच कलियों को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इसमें शहद मिलाकर दिन में तीन बार पीने से अस्थमा रोगी को काफी लाभ होता है। साथ ही लौंग के तेल का अरोमा भी श्वास रोगों से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसे सूंघने मात्र से ही जुकाम, कफ, दमा, ब्रोंकाइटिस, साइनसाइटिस आदि समस्याओं में तुरंत राहत मिलती है।

- लौंग में एंटी-सेप्टिक गुणों के कारण, यह कई प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याओं और संक्रमणों को दूर करने में सहायक होता है। लौंग में कई प्रकार के तेलों की मौजूदगी शरीर के विषैले तत्वों को दूर करता है। और इसे घाव पर लगाने से घाव में इंफेक्शन नहीं होता और घाव जल्दी भरता है।
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