आजकल हर चीज टेक्नोफ्रेंडली और मार्केट में बिकने वाली बन गई है। मतलब की अगर कोई चीज आपको नहीं पसंद आ रही है तो आप उसे एक्सचेंज करवा सकते हैं और अगर कुछ पसंद आ गई है तो वैसे ही हुबुहु तरह की हजार चीजें आपको मार्केट में मिल जाएंगी। टेकनिकल चीजें तो बहुत दूर की बात है लोग तो अपने मोटापे तक से छुटकारा भी मार्केट के जरिए पाना चाहते हैं और कुछ पा भी रहे हैं।
मोटापे के लिए लोग आजकल महीनों की मेहनत छोड़कर बाइपास सर्जरी का सहारा ले रहे हैं। क्योंकि इसमें मेहनत नहीं लगती और आप तुरंत पतले हो जाते हैं। लेकिन ये तुरंत के ही फेर में आप अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं। क्योंकि हाल-फिलहाल में आई एक अध्ययन के मुताबिक मोटापे को कम करने के लिए करवाने वाली बाइपास सर्जरी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है।

इंफेक्शन का हो सकता है खतरा
इस रिसर्च के अनुसार बाइपास सर्जरी से इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। रिसर्च के अनुसार, जो मोटे लोग दिल की बीमारी से ग्रस्त हैं, अगर वे बाइपास सर्जरी करवा रहे हैं तो 30 दिन के बाद तक भी उन्हें इंफेक्शन का खतरा बना रहता है।
इस खबर पर कनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बर्ट के प्रमुख शोधकर्ता तसुकु टेरादा कहते हैं कि अधिक बीएमआई के मरीजों में सामान्य बीएमआई वाले मरीजों की तुलना में बाईपास सर्जरी के बाद इंफेक्शन होने का खतरा 1.9 गुना बढ़ जाता है।
इस तरह से की गई रिसर्च
शोधकर्ताओं ने रिसर्च में 56,722 मरीजों को शामिल किया। इन मरीजों की बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), कोरोनरी आर्टरी बाइपास ग्राफ्टिंग (सीएबीजी) और कोरोनरी एंजियोप्लास्टी के परिणामों के आधार पर ये रिपोर्ट तैयार की गई। रिसर्च के परिणामों के अनुसार बाइपास सर्जरी के बाद इंफेक्शन वाले मरीजों की संख्या अस्पताल में बढ़ गई। इस वजह से ये ट्रीटमेंट और अधिक महंगी हो गई। रिसर्च के इस परिणाम को कनाडा में हुए मोटापा के शिखर सम्मेलन में भी शामिल किया गया है।
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