
तेजपत्ता कई तरह के रोगों और शारीरिक परेशानियों में भी फायदेमंद है। इसके तेल में कई औषधीय गुण होते हैं, जिसका इस्तेमाल एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी इंफ्लामेट्री और पेन रिलीविंग बाम और जेल में किया जाता है।
स्वाद और सुगंध को बढ़ाने के लिए भारतीय खानों में कई तरह के मसालों का प्रयोग किया जाता है। खास बात ये है कि खाने में उपयोग होने वाले ज्यादातर मसाले आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किए जाते हैं और इनके सेवन से कई बीमारियों से छुटकारा मिलता है। तेजपत्ता भी गरम मसालों में एक महत्वपूर्ण मसाला है। इसकी पत्तियों का उपयोग खाने में सुंगध के लिए किया जाता है। तेजपत्ता कई तरह के रोगों और शारीरिक परेशानियों में भी फायदेमंद है। इसके तेल में कई औषधीय गुण होते हैं, जिसका इस्तेमाल एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी इंफ्लामेट्री और पेन रिलीविंग बाम और जेल में किया जाता है। आइये आपको बताते हैं एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर तेज पत्ते के कई फायदे।
होते हैं कई जरूरी तत्व
तेजपत्ते में कई ऐसे तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने और इसके विकास के लिए जरूरी हैं। इसमें कॉपर, पौटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इसके अलावा तेज पत्ता कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है जो कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग और दिल की कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं।
इसे भी पढ़ें:- मांसपेशियों में ऐंठन है तो खाएं ये 5 आहार, तुरंत मिलेगी राहत
कैसे बनाएंगे ये काढ़ा
तेजपत्तों के प्रयोग से कई तरह के दर्द में राहत मिलती है। इसके प्रयोग के लिए 10 ग्राम अजवायन, 5 ग्राम सौंफ और 10 ग्राम तेजपत्तों को एक साथ कूट या पीस लें। अब इस मिश्रण को एक लीटर पानी में मिलाकर उबाल लें। देर तक उबालने के बाद जब ये पानी 100-150 ग्राम रह जाए तो इसे आंच से उतार लें और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। ठंडा होने के बाद इस काढ़े को पी लें।
कमर दर्द में है फायदेमंद
तेज पत्तों से बनने वाले इस काढ़े को पीने से तेज कमर दर्द में भी एक घंटे में लाभ मिलेगा और शीत लहर के कारण होने वाले दर्द को भी ये काढ़ा दूर करता है। इसके अलावा कमर दर्द में आप तेज पत्ता के तेल से भी मालिश कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें:- घुटनों के दर्द में फायदेमंद हैं मेथी के बीज, इस तरह करें प्रयोग
मोच में भी है फायदेमंद
तेज पत्तों से बने इस काढ़े को पीने से मोच से हुए दर्द और सूजन से राहत मिलती है। इसके अलावा मोच होने पर तेज पत्ते का एक और नुस्खा आप आजमा सकते हैं। इसे बनाने के लिए तेप पत्तों और लौंग को एक साथ थोड़ा सा पानी डालकर पीस लें और लेप बना लें। अब इस लेप को मोच वाली जगह पर लगाएं। इस लेप से भी मोच के कारण हो रहा दर्द और सूजन दूर हो जाएगा।
नसों में सूजन
नसों में सूजन होने पर तेज दर्द होता है और रोजमर्रा के काम प्रभावित होते हैं। कई बार ये गंभीर अवस्था में होता है तो इसे वेरिकोज वेन्स कहते हैं और कई बार सामान्य कारणों जैसे नसों में खिंचाव, किसी चोट या नसों पर दबाव के कारण सूजन और दर्द होने लगता है। इस काढ़े को पीने से नसों की सूजन में भी राहत मिलती है और इससे नसों में होने वाला दर्द भी ठीक हो जाता है। इसके अलावा नसों में सूजन होने पर एक और नुस्खा आजमा सकते हैं। इसके लिए दालचीनी, लौंग और तेजपत्तों को थोड़ा सा पानी मिलाकर पीस लें और लेप बनाकर दर्द और सूजन वाली जगह पर लगाएं।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Remedies for Pain in Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।