शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन या फिर बॉडी को डिटॉक्स करना बहुत ही जरूरी है क्योंकि हम जो प्रदूषित हवा और अनहेल्दी भोजन करते हैं वे हमारे शरीर में विषाक्त कणों का निर्माण करता है। अगर इन्हें शरीर से बाहर न निकाला जाए तो ये बैक्टीरिया, वायरस और मोल्ड्स हमारी आंतों में मोटी परत बना लेते हैं और पाचन व पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं का कारण बनते हैं। इतना ही नहीं ये हमारे शरीर के अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं क्योंकि अशुद्धियां रक्त के माध्यम से शरीर के विभिन्न अंगों में पहुंचती हैं। आपके शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के यूं तो कई तरीके हैं लेकिन इस लेख में हम आपको एक तेज, सरल, आजमाया हुआ और टेस्टेड तरीके के बारे में बता रहे हैं, जो कुछ ही मिनटों में आपकी बॉडी को डिटॉक्स कर सकता है।
अक्सर लोग बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए क्या-क्या नहीं करते लेकिन उनके मन में हमेशा ये सवाल रहता है कि बॉडी को डिटॉक्स करने का सरल, हानिरहित सस्ता तरीका कौन सा है? यह तरीका है ऑयल पुलिंग (OIL PULLING) यानी के तेल से कुल्ला करना। ऑयल पुलिंग को प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का हिस्सा माना जाता है और बाबा आदम के जमाने से प्रयोग होता चला आ रहा है। ऑयल पुलिंग आपके मुंह की समस्याओं, मुंहासे, गठिया, अस्थमा, पीसीओडी, कब्ज और माइग्रेन सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज और रोकथाम कर सकता है। और यह माना जाता है कि नियमित रूप से ऑयल पुलिंग किए जाने पर तीस से अधिक प्रणालीगत बीमारियों का उपचार करने में मदद मिलती है।
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कैसे करें बाबा आदम के जमाने का आयुर्वेदिक नुस्खा ?
- हर सुबह खाली पेट अपने मुंह में 1-2 चम्मच तेल डालें। आप नारियल तेल, तिल का तेल या सरसों के तेल का उपयोग भी कर सकते हैं।
- जैतून के तेल (Olive oil) को भी ऑयल पुलिंग के लिए अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें एंटी-माइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।
- प्राकृतिक और कोल्ड-प्रेस्ड का उपयोग करना सुनिश्चित करें, जो कि प्रीजरवेटिव और केमिकल फ्री होता है।
- 10 से लेकर 20 मिनट के लिए उसे कुल्ला करें।
- कुछ मिनटों के बाद इसे कूड़ेदान में थूक दें।
- वॉशबेसिन में न थूकें क्योंकि यह पाइप को रोक सकता है।
- इसे निगलें नहीं क्योंकि ये बैक्टीरिया से भरे होते हैं और स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं।
- आप अपने मुंह को साफ करने के लिए गर्म, खारे पानी या नल के पानी से भी धो सकते हैं।
- ट्रेडिशनल ओरल हाइजीन प्रैक्टिस को फॉलो करें जैसे कि अपने दांतों को ब्रश करना, फ्लॉसिंग और उसके बाद धोना।
शरीर की पूरी गंदगी निकाल फेंकता है ये नुस्खा
किसी भी तेल से ऑयल पुलिंग करने पर उसका रंग दूधिया हो जाएगा और यह बहुत पतला हो जाएगा क्योंकि रोगाणुओं के रूप आपके भीतर छिपे लिपिड और फैट में मौजूद बैक्टीरिया तेल के साथ जुड़ जाते हैं। तेल मैग्नेट के रूप में काम करता है, जिस कारण ऐसा होता है। तो अगर आप ये सोच रहे हैं कि विषाक्त पदार्थों को सिर्फ मुंह से निकाला जाएगा तो आप गलत हैं। ऑयल पुलिंग पूरे शरीर से विषाक्त पदार्थों को खींच लेता है और बाहर निकाल फेंकता है क्योंकि हमारी जीभ हृदय, गुर्दे की छोटी आंत और फेफड़ों सहित अन्य अंगों से जुड़ी हुई होती है।
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ऑयल पुलिंग के अन्य स्वास्थ्य लाभ
ऑयल पुलिंग आपके मौखिक स्वास्थ्य के लिए रामबाण है। यह सूजन को कम करने, मसूड़ों के स्वास्थ्य में सुधार करने और कैविटेज को रोकने में मदद करता है। एक अध्ययन के अनुसार, नारियल तेल से ऑयल पुलिंग क्लोरहेक्सिडाइन के समान प्रभावी है। क्लोरहेक्सिडाइन डॉक्टर के पर्चे पर लिखा जाने वाला माउथवॉश है। क्लोरहेक्सिडाइन, स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटेन नाम के बैक्टीरिया को कम कर सकता है, जो दांतों में सड़न का कारण बनता है।
- कुल्ला करने से चेहरे की मसाज होती है और जॉलाइन में सुधार होता है।
- पाचन और अन्य पेट से जुड़ी समस्याएं ठीक करता है।
- यह मन को उत्तेजित कर सकता है और आपकी इंद्रियों को मजबूत बनाता है।
- गले में खराश, शुष्क चेहरा, दृष्टि संबंधी समस्याएं, स्वाद न आने र एनोरेक्सिया जैसी स्थितियों में भी सहायक है।
नोट: इससे पहले कि आप ऑयल पुलिंग शुरू करें, अपने दंत चिकित्सक से इस बारे में चर्चा जरूर करें।
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