डायबिटीज पर काबू पाने के लिए ज्यादातर लोग दवाओं व डॉक्टरों पर ही निर्भर होते हैं। लेकिन अगर आप अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा सा बदलाव करेंगे तो दवाओं पर आपकी निर्भरता काफी हद तक कम हो सकती है।
डायबिटीज रोगी अगर अपने खान-पान में थोड़ी सी सावधानी बरतें। व्यायाम को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। या अन्य चीजों को शामिल कर लें तो वे काफी हद तक आम लोगों की तरह जीवन जी सकते हैं। जानें हमारे साथ डायबिटीज के इलाज के बेहतरीन उपायों के बारे में-
मोटापे से बचें
डायबिटीज में रोगियों को अपने वजन पर काबू रखना बहुत जरूरी होता है। डायबिटीज रोगियों में मोटापा कई अन्य खतरों का संकेत हो सकता है, जैसे हृदयाघात, उच्च रक्तचाप व दिल का दौरा आदि। मोटापा इंसुलिन की ताकत घटाता है। इसके कारण शरीर में बनी इंसुलिन कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाती है।
व्यायाम जरूरी
डायबिटीज में रोगियों को शारीरिक गतिविधि करना फायदेमंद होता है। यह रोगी को फिट बनाए रखने में मदद करता है। अध्ययन बताते है की रोज एक्सरसाइज करने से मेटाबॉल्जिम भी अच्छा रहता है। मॉर्निंग वॉक, जॉगिंग व साइक्लिंग करने से रोगी चुस्त व दुरुस्त रहते हैं।
चोट को ना करें नजरअंदाज
मधुमेह में प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है जिसकी वजह से चोट जल्दी ठीक नहीं होती है। इस लिए चोट या घाव हो जाये तो उसका तुरंत इलाज करें और डॉक्टर से संपंर्क करें।
शलजम खाएं
मधुमेह रोगियों को खाने में शलजम का प्रयोग करना चाहिए। इसके प्रयोग से भी रक्त में स्थित शर्करा की मात्रा कम हो जाती है। इसलिए शलजम की सब्जी या सलाद के रुप में शलजम का सेवन करना चाहिए।
थोड़ी-थोड़ी देर में खाएं
रोगियों को एक साथ ज्यादा भोजन करने से बचना चाहिए। अध्ययन बताते है की थोड़े-थोड़े अन्तराल में भोजन करने से पोषक तत्व ज्यादा अवशोषित होते हैं और शरीर में फैट कम जमा होता है जिससे इन्सुलिन नार्मल हो जाती है।
जामुन है फायदेमंद
डायबिटीज रोगियों के लिए जामुन का सेवन फायदेमंद है। जामुन की गुठली भी बहुत फायदेमंद होती है। इसके बीजों में जाम्बोलिन नामक तत्व पाया जाता है, जो स्टार्च को शर्करा में बदलने से रोकता है। गुठली का बारीक चूर्ण बनाकर रख लेना चाहिए। दिन में दो-तीन बार तीन ग्राम चूर्ण का पानी के साथ सेवन करने से मूत्र में शर्करा की मात्रा कम होती है।
ब्लड शुगर की जांच
रोगियों को नियमित रुप से ब्लड शुगर चेक करते रहना चाहिए। आप चाहें तो ब्लड ग्लूकोज मोनिटर के जरिए घर पर ही यह जांच कर सकते हैं। इसमें आपके रक्त की कुछ बूंदे चाहिए होती है जिससे आप ये जान सकते है की आपका ब्लड शुगर नार्मल है या नहीं।
लाल मांस है नुकसानदेह
लाल मांस में फोलिफेनोल्स पाया जाता है जो की ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देता है। लाल मांस में जटिल प्रोटीन पाया जाता है, जो बहुत धीरे-धीरे पचता है इसलिए लाल मांस मेटाबॉलिज्म को धीमा करता है जिसकी वजह से इंसुलिन के बहाव पर असर पड़ता है।
डॉक्टर की सलाह पर चलें
डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत जरूरी है कि वे डॉक्टर की सलाह के अनुसार कार्य करें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही अपना खानपान तय करें।
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