सोयाबीन का सेवन तो हम सभी करते हैं। सोयाबीन का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है। साथ ही इसमें कई अन्य विटामिन और मिनरल्स मौजूद होत हैं जैसे कैल्शियम, फाइबर, विटामिन ई, बी कॉम्प्लेक्स, अमीनो एसिड आदि। जिससे यह न सिर्फ शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करता है, बल्कि कई गंभीर रोगों के जोखिम को करने में मदद करता है। यह इम्यूनिटी मजबूत बनाने के साथ ही डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल कम करने और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं सिर्फ बड़ों के लिए ही नहीं बच्चों के लिए शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी उन्हें सोयाबीन खिलाना बहुत फायदेमंद होता है। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सांची रस्तोगी (MD Pediatrics) की मानें तो सोयाबीन और सोया से बने प्रोडक्ट्स सोया मिल्क, टोफू आदि बच्चों के लिए बेहतरीन सुपरफूड हैं। अपने हाई पोषक तत्वों के साथ एक सुपर स्वस्थ भोजन है। इस लेख में हम बच्चों को सोयाबीन खिलाने के फायदे के बारे में विस्तार से जानेंगे।
बच्चों को सोयाबीन खिलाने के फायदे (Benefits To Soybean For Children In Hindi)
1. बच्चों का विकास के लिए फायदेमंद है
बच्चों को सोयाबीन खिलाने से उनका शारीरिक विकास बेहतर होता है। सोयाबीन में अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है। 100 ग्राम सोयाबीन से लगभग 16 ग्राम प्रोटीन मिलता है। जो बच्चे की हड्डियों और मांसपेशियों की मजबूती और विकास के लिए बहुत जरूरी है।
2. मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है
सोयाबीन में लिनोलिक और लिनोलेनिक एसिड जैसे असंतृप्त फैटी एसिड जैसे पोषक तत्ब भरपूर मात्रा में होते हैं। जिससे यह बच्चे मस्तिष्क के विकास में मदद करता है, याददाश्त को बढ़ाने में मदद करते हैं और बच्चे का दिमाग तेज होता है।
3. पेट के लिए बहुत फायदेमंद है
सोयाबीन में डाइट्री फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। जिससे यह पाचन को मजबूत बनाने और मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करता है। यह पेट संबंधी सस्याओं जैसे पेटे में दर्द, गैस, ब्लोटिंग, कब्ज आदि से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है। लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे वे बहुत अधिक भोजन नहीं करते हैं और जंक फूड्स के लिए क्रेविंग भी कम होती है। इस तरह आपका बच्चा मोटापे के जोखिम से भी बचता है।
4. हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है
सोयाबीन कैल्शियम और प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है। जिससे यह आपके बच्चे की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है। जोड़ों या हड्डियों में चोट आदि को भी जल्दी ठीक करने में मदद करता है और दर्द से राहत दिलाता है। इससे हड्डियों के विकास में मदद मिलती है।
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5. इम्यूनिटी मजबूत होती है
सोयाबीन कई विटामिन और आवश्यक खनिजों जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज आदि। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होते हैं। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैंं, जो बच्चे की इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद करते हैं और उन्हें सर्दी-जुकाम, बुखार और अन्य वायरल संक्रमणों से बचाने में मदद करते हैं।
बच्चे को किस उम्र से सोयाबीन खिला सकते हैं?
डॉ. सांची के अनुसार जब आप अपने बच्चे को ठोस पदार्थ खिलाना शुरू करती हैं, तो तब से आप बच्चे को सोयाबीन खिलाना भी शुरू कर सकते हैं।
बच्चों को कैसे खिलाएं सोयाबीन
छोटे बच्चों को आप इसे पीसकर पाउडर के रूप में जैसे कटलेट, दलिया, चीला आदि में मिला कर खिला सकते हैं। बड़े बच्चों बच्चों को आप उन्हें विभिन्न व्यंजनों में सोया ग्रेन्यूल्स और चंक्स, टोफू आदि दे सकते हैं। टोफू भी एक सोया प्रोडक्ट है, जिसे सोया मिल्क से तैयार किया जाता है।
All Image Source: Freepik.com
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