डायबिटीज और सिरदर्द की एक-एक दवा पर लगेगी पाबंदी

सिरदर्द और डायबिटीज की दवा 'एनालजिन' और 'पीयोज्‍लीटाजोन' को इसके दुष्‍परिणाम के कारण प्रतिबंधित किया जा रहा हैं।
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डायबिटीज और सिरदर्द की एक-एक दवा पर लगेगी पाबंदी


सिरदर्द की दवा 'एनालजिन' और डायबिटीज की दवा 'पीयोज्‍लीटाजोन' अब खुले बाजार में नहीं बिक सकेंगी। अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के विभिन्‍न देशों में बैन हो चुकी इन दोनों दवाओं की भारत में बिक्री को प्रतिबंधित करने संबंधी प्रस्‍ताव को स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने मंजूर कर लिया है।

 

'एनालजिन' सिरदर्द और हल्‍के बुखार के लिए इस्‍तेमाल होने वाली सबसे पुरानी दवाओं में से एक है। 70 के दशक से ही इस दवा के दुष्‍प्रभावों को लेकर पश्चिमी देशों में मुहिम चलती रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दवा को खाने से सफेद ब्‍लड सैल कम होने लगते है। इस दवा की वजह की वजह से हर साल लगभग 1-2 प्रतिशत लोगों की मौत होने का दबाव किया जाता रहा है।

 

'पीयोज्‍लीटाजोन' डायबिटीज की रोकथाम के लिए भारत में अब तक इस्‍तेमाल होती रही, इस दवा की बिक्री पर 2011 में फ्रांस ने पाबंदी लगाई। कई अन्‍य देशों ने भी इसकी बिक्री पर रोक लगा रखी है। इस दवा के सेवन से हार्ट अटैक और कैंसर की आशंका बढ़ जाती है। यह वजह है कि अमेरिका के दवा निगरानी विभाग 'फूड एंड ड्रग' (एफडीए) ने इस पर सख्‍त निगरानी शुरू कर दी है। आम लोगों का इसके दुष्‍प्रभावों का ध्‍यान में रखने की भी हिदायत दी गई है।

 

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) प्रमुख डाक्‍टर जीएन‍ सिंह ने भास्‍कर से खास बातचीत में कहा 'इन दवाओं से दुष्‍प्रभावों की शिकायतें लगातार मिल रही थी। भारतीय वैज्ञानिकों ने जांच में पाया है कि मानव शरीर में इससे कई दूसरी समस्‍याएं पैदा हो रही हैं। एक समिति ने मामले में कई बैठकों के बाद इन दोनों दवाओं के बिक्री पर पाबंदी की सिफारिश की थी।'

 

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के एक वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, बहुत ही जल्‍द इन दोनों दवाओं के बिक्री पर पाबंदी संबंधी अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इसके बाद इन दोनों दवाओं के उत्‍पादन और वितरण पर रोक लग जाएगी। अधिकारी ने बताया कि भारत में इन दोनों दवाओं के बेहतर विकल्‍प मौजूद है। एनालजिन और पीयोज्‍लीटाजोन पर पाबंदी के बावजूद आम मरीजों के लिए कम दुष्‍प्रभाव वाली बेहतर दवाएं बाजार में मौजूद रहेगी।



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