वरुण मुद्रा करने से शरीर में पानी का संतुलन बना रहता है, जिससे त्वचा में नमी बनी रहती है और रूखापन दूर हो जाता है।
वरुण मुद्रा के फायदे
इस मुद्रा को करने से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती, जिससे सिर दर्द, थकान और चक्कर आने जैसी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं।
त्वचा संबंधी रोगों से बचाव
वरुण मुद्रा से त्वचा संबंधी रोग जैसे एक्जिमा, सोरायसिस और मुंहासों में काफी हद तक राहत मिलती है। यह शरीर में जल तत्व को संतुलित करने में मदद करती है।
बालों की सेहत बेहतर होना
यह मुद्रा बालों की सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। इससे सिर की त्वचा को पर्याप्त नमी मिलती है, जिससे बालों का झड़ना, रूसी और ड्रायनेस की समस्या कम हो जाती है।
स्किन का निखार बढ़ना
वरुण मुद्रा करने से खून साफ होता है, जिससे चेहरे पर पिंपल्स कम होते हैं और स्किन ग्लो करने लगती है। साथ ही, त्वचा के दाग-धब्बे भी धीरे-धीरे हल्के हो जाते हैं।
थकान और कमजोरी दूर होना
इस मुद्रा को रोजाना करने से शरीर में थकान और कमजोरी महसूस नहीं होती। यह ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करती है और मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाती है।
सूजन या अकड़न से राहत
वरुण मुद्रा करने से जोड़ों में लचीलापन आता है और सूजन या अकड़न की समस्या में राहत मिलती है। इससे बढ़ती उम्र में भी शरीर चुस्त और एक्टिव बना रहता है।
खुजली और जलन से राहत
यह मुद्रा शरीर के अंगों में चिकनाई बनाए रखती है, जिससे अंदरूनी सूखापन जैसे आँखों, गले या आंतों में होने वाली खुजली और जलन की समस्या भी कम हो जाती है।
मूत्र संबंधी समस्याओं से राहत
वरुण मुद्रा से मूत्र संबंधी समस्याओं में भी राहत मिलती है। यह किडनी को अच्छे से काम करने में मदद करती है और शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालती है।
इस मुद्रा को दिन में सिर्फ 15–20 मिनट तक नियमित रूप से करने से कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव होता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com