हम रोज क्या खाते हैं, इसका सीधा असर हमारी रोगों से लड़ने की ताकत यानी इम्यूनिटी पर पड़ता है। क्या एक जैसा खाना रोज खाने से यह ताकत कम हो सकती है? आइए जानते हैं।
एक जैसा खाना यानी क्या?
अगर आप हर दिन लगभग वही सब्जी, वही अनाज और एक ही तरह का नाश्ता करते हैं, तो आपकी डाइट में वैरायटी नहीं है। इसे “कम डाइट डाइवर्सिटी” कहा जाता है।
इम्यूनिटी को चाहिए विविध पोषण
हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम ठीक से काम करे, इसके लिए विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है। ये सब एक ही तरह के खाने से नहीं मिलते।
गट हेल्थ भी होती है प्रभावित
हमारे पेट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया (gut microbiome) इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। अलग-अलग तरह का खाना इन बैक्टीरिया को विविधता देता है। एक जैसा खाना इनकी संख्या कम कर सकता है।
रिसर्च क्या कहती है?
NIH की एक स्टडी दिखाती है कि सिर्फ दो हफ्ते की गलत या सीमित डाइट भी सूजन बढ़ा सकती है और इम्यून रिस्पॉन्स को धीमा कर सकती है।
एक जैसा खाना और सूजन
लगातार प्रोसेस्ड या एक जैसे खाने से शरीर में “क्रॉनिक इंफ्लेमेशन” बढ़ सकती है। इससे शरीर बीमारियों के खिलाफ धीरे और कमजोर तरीके से रिएक्ट करता है।
क्या करना चाहिए?
हर दिन कोशिश करें कि आपकी थाली में रंग-बिरंगी सब्जियां, फल, दालें, साबुत अनाज और थोड़े-बहुत अच्छे फैट्स शामिल हों। हफ्ते में एक-दो बार नई चीजें ट्राय करें।
कम विविधता = कम इम्यूनिटी
रिसर्च यह बताती है कि डाइट में विविधता न होने से आपकी इम्यूनिटी कमजोर पड़ सकती है। शरीर को पूरा पोषण देने के लिए अलग-अलग चीजें जरूरी हैं।
हर दिन एक जैसा खाना आपकी इम्यूनिटी को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकता है। हेल्दी और वैरायटी से भरपूर डाइट अपनाएं ताकि आप बीमारियों से बेहतर लड़ सकें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com