रोजाना अनुलोम-विलोम करने से फेफड़े मजबूत होते हैं और शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है, जिससे सांस संबंधी समस्याएं जैसे दमा और साइनस की तकलीफ में सुधार होने लगता है।
अनुलोम-विलोम के फायदे
अगर आप रोज सिर्फ 10 मिनट अनुलोम-विलोम करते हैं, तो आपका दिमाग शांत रहता है और तनाव कम होता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
गंभीर बीमारियों से बचाव
यह प्राणायाम ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे हृदय स्वस्थ रहता है और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
इम्युनिटी बढ़ना
रोज 10 मिनट अनुलोम-विलोम करने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है, जिससे शरीर संक्रमण से लड़ने में सक्षम बनता है और बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है, जिससे आप लंबे समय तक स्वस्थ बने रहते हैं।
नींद में सुधार
अगर आपको नींद न आने की समस्या है, तो अनुलोम-विलोम आपके लिए फायदेमंद है। यह दिमाग को शांत करता है, तनाव को कम करता है और गहरी और अच्छी नींद लाने में मदद करता है।
पाचन तंत्र दुरुस्त रहना
यह प्राणायाम पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है, जिससे खाना अच्छे से पचता है, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है और पेट स्वस्थ रहता है, जिससे पूरे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
त्वचा में निखार
अनुलोम-विलोम करने से शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है, जिससे त्वचा में निखार आता है, झुर्रियां कम होती हैं और आप लंबे समय तक जवां और ताजगी से भरपूर दिखते हैं।
ध्यान केंद्रित होना
इस प्राणायाम का रोज अभ्यास करने से एकाग्रता शक्ति बढ़ती है, जिससे पढ़ाई करने वाले छात्रों और दफ्तर में काम करने वाले लोगों को ज्यादा ध्यान केंद्रित करने और बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलती है।
नकारात्मक विचारों से छुटकारा
रोज 10 मिनट अनुलोम-विलोम करने से नकारात्मक विचार दूर होते हैं, मूड अच्छा रहता है और डिप्रेशन, चिंता और चिड़चिड़ेपन जैसी मानसिक समस्याओं में राहत मिलती है।
यह प्राणायाम शरीर में एनर्जी लेवल को बढ़ाता है, जिससे आप दिनभर एक्टिव और एनर्जेटिक महसूस करते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com