छात्रों के लिए योग बेहद जरूरी है। यह उनकी याददाश्त, एकाग्रता और ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है। रोजाना सही योगासन करने से वे मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई और अन्य गतिविधियों में सुधार होता है।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर देश के जाने माने व टाटा स्टील के जेआरडी में योग प्रशिक्षक अरविंद कुमार ने विस्तार से जानकारी दी है।
योगासन के फायदे
पढ़ाई का प्रेशर, होमवर्क और एग्जाम टेंशन से बच्चों को मानसिक तनाव हो सकता है। लेकिन, नियमित योग अभ्यास करने से वे मानसिक रूप से शांत रहते हैं, जिससे वे बेहतर तरीके से सीख सकते हैं और अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग कर सकते हैं।
ताड़ासन
ताड़ासन करने से शरीर मजबूत और लचीला बनता है। यह बच्चों की लंबाई बढ़ाने में सहायक होता है और शरीर की मांसपेशियों को एक्टिव रखता है, जिससे वे ज्यादा एनर्जेटिक रहते हैं और दिनभर पढ़ाई में ध्यान लगा सकते हैं।
सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार एक संपूर्ण व्यायाम है, जिसमें 12 योग मुद्राएं होती हैं। इसे करने से बच्चों का दिमाग तेज होता है, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और वे मानसिक रूप से अधिक एकाग्रता के साथ अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से छात्रों की याददाश्त और मानसिक स्पष्टता बढ़ती है। यह मस्तिष्क को शांत रखता है, जिससे वे तनावमुक्त रहकर परीक्षा और पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
ब्रह्मचर्यासन
ब्रह्मचर्यासन करने से छात्रों में अनुशासन और आत्मनियंत्रण की भावना विकसित होती है। यह योगासन मन को शांत करता है, बुरी आदतों को दूर करता है और संकल्प शक्ति को बढ़ाता है, जिससे वे अपने लक्ष्य को पाने में सफल हो सकते हैं।
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, जिससे शरीर का पोस्चर सही बना रहता है। यह बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद है। स्कूल बैग का वजन उठाने से उनकी पीठ झुक सकती है, जिससे एकाग्रता और सीखने की क्षमता प्रभावित होती है।
बालासन
बालासन करने से मस्तिष्क शांत और तरोताजा रहता है। इस योगासन को करने से बच्चों का ध्यान बढ़ता है। वे भावनात्मक रूप से मजबूत बनते हैं और तनाव से बच सकते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई में रुचि और बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलता है।
ओम का उच्चारण
ओम का उच्चारण करने से मानसिक शांति मिलती है और बच्चों का ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है। अगर वे रोजाना 5-6 बार ओम मंत्र का जाप करें, तो उनका दिमाग शांत रहेगा और वे बेहतर तरीके से पढ़ाई में ध्यान लगा सकेंगे।
बिना योग प्रशिक्षक की सलाह के योग न करें। गलत तरीके से योग करने से शरीर को नुकसान हो सकता है। एक्सपर्ट की देखरेख में सही योगासन करने से छात्र इसका पूरा लाभ उठा सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com