हाई यूरिक एसिड होने की वजह से शरीर में जोड़ो का दर्द और सूजन का कारण बन सकता है। इसे कंट्रोल करने के लिए सही डाइट के साथ एक्सरसाइज और योगा भी बहुत फायदेमंद होता है। हमारे इस लेख में हम आपको यूरिक एसिड कंट्रोल करने वाले कुछ योगासनों के बारे में बताएंगे।
बालासन (Child Pose)
बालासन करने से शरीर को आराम मिलता है और ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। इसे करने से यूरिक एसिड कम होता है, जिससे जोड़ो के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इसे रोजाना 1 से 2 मिनट तक करने से फायदा होगा।
भुजंगासन (Cobra Pose)
भुजंगासन करने से न केवल स्पाइन स्ट्रांग होती है, बल्कि किडनी की फंक्शनिंग भी अच्छी होती है। इसे करने से शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे यूरिक एसिड का लेवल कंट्रोल में रहता है।
वज्रासन (Thunderbolt Pose)
वज्रासन शरीर के डाइजेशन को सुधारने और यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसे खाने के बाद 5 से10 मिनट तक करने से यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलती है और शरीर स्वस्थ रहता है।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist)
यह आसन किडनी और लिवर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है। अर्ध मत्स्येन्द्रासन करने से जॉइंट्स फ्लेक्सिबल होती है, और यूरिक एसिड से होने वाली सूजन भी कम होती है। इसे धीरे-धीरे और सही तरीके से करना बेहद जरूरी है।
धनुरासन (Bow Pose)
धनुरासन करने से पेट और थाई की चर्बी कम होती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। इसे करने से शरीर टॉक्सिंस बाहर निकालने में मदद मिलती है। इसे करने से यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है।
शलभासन (Locust Pose)
शलभासन करने से कमर और किडनी की मसल्स स्ट्रांग होती है। इसे करने से शरीर से एक्सट्रा यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद मिलती है। इसे नियमित करने से यूरिक एसिड के लेवल में सुधार होता है और शरीर फ्लेक्सिबल बनता है।
पवनमुक्तासन (Wind Relieving Pose)
डाइजेस्टिव हेल्थ को अच्छा करने के लिए पवनमुक्तासन बेहद फायदेमंद होता है। यह यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है, क्योंकि यह शरीर से टॉकसिंस को बाहर निकालता है।
इन योगासनो को अपनी रूटीन में शामिल करें, यह शरीर में यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com.