किन महिलाओं को बच्चेदानी इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है?

By Aditya Bharat
07 May 2025, 07:00 IST

बच्चेदानी में इन्फेक्शन एक गंभीर स्थिति है जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। समय रहते इलाज न हो तो यह इनफर्टिलिटी का कारण बन सकता है। आइए मेयो क्लीनिक से जानते हैं किन महिलाओं को बच्चेदानी में इंफेक्शन का खतरा होता है?

पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (PID)

बच्चेदानी इंफेक्शन को मेडिकल भाषा में पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज कहा जाता है। यह इंफेक्शन गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय तक फैल सकता है।

बैक्टीरिया से फैलता है इंफेक्शन

PID मुख्य रूप से बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होता है। यह अक्सर योनि से गर्भाशय में जाकर फैलता है और महिला प्रजनन अंगों को प्रभावित करता है।

यौन संचारित संक्रमण कारण

गोनोरिया, क्लैमाइडिया और माइकोप्लाज्मा जेनिटेलियम जैसे यौन संचारित रोग PID के आम कारण हैं। असुरक्षित यौन संबंध इसकी प्रमुख वजह हो सकते हैं।

संक्रमण के लक्षण क्या हैं?

बुखार, पेट दर्द, सफेद गाढ़ा डिस्चार्ज, ठंड लगना और थकान जैसे लक्षण PID की ओर इशारा कर सकते हैं। लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

किसे होता है ज्यादा खतरा?

जिन महिलाओं को पहले PID हो चुका हो, या गर्भपात/डिलीवरी के बाद जटिलता हुई हो, उन्हें दोबारा संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है।

यौन आदतों से भी जुड़ा खतरा

बहु-संबंध, कम उम्र में सेक्शुअल रिलेशन शुरू करना, या गर्भाशय को चोट लगना PID का रिस्क बढ़ा सकते हैं। सुरक्षित यौन व्यवहार बहुत जरूरी है।

इनफर्टिलिटी

अगर PID का समय पर इलाज न हो तो यह फैलोपियन ट्यूब को नुकसान पहुंचाकर महिला की प्रजनन क्षमता को स्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है।

लक्षण दिखने पर देरी न करें। सही समय पर जांच और इलाज से गंभीर स्थिति रोकी जा सकती है। अपनी प्रजनन सेहत के लिए जागरूक रहें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com