क्या आप जानते हैं कि कुछ महिलाएं महीनों तक प्रेग्नेंट होने के बाद भी प्रेग्नेंसी के लक्षण महसूस नहीं कर पाती हैं? इसे क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी कहा जाता है। इसमें प्रेग्नेंसी होने के बाद भी इसके सिम्टम्स नहीं दिखते हैं। आइए गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल जी से जानें क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी के कारण और लक्षण।
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी
इस स्थिति में महिलाओं को कई महीनों तक प्रेग्नेंसी का पता नहीं लग पाता है। इस दौरान उनके पीरियड भी आ सकते हैं और टेस्ट भी नेगेटिव आ सकता है।
क्यों होती है क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी?
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी हार्मोनल डिसबैलेंस, पीसीओएस, लो हार्मोन लेवल और स्ट्रेस के कारण हो सकती है। कुछ केसेस में शरीर प्रेग्नेंसी के साइन नहीं देता।
पीरियड्स के बाद भी प्रेग्नेंसी
कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान भी हल्की ब्लीडिंग हो सकती है, जिससे महिलाएं नॉर्मल पीरियड्स समझ कर भ्रमित हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसी सिंपटम्स का न दिखना
प्रेग्नेंसी में दिखने वाले लक्षण जैसे मॉर्निंग सिकनेस, पेट बढ़ना और मूड स्विंग्स कई बार क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में नहीं दिखाई देते हैं।
वजन न बढ़ना और नॉर्मल चेंजेस
ज्यादा महिलाओं को क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में पेट नहीं बढ़ता या बहुत कम बढ़ता है, जिससे उन्हें प्रेग्नेंसी फील नहीं होती और सब नॉर्मल लगता है।
कब पता चलती है क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी?
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में कुछ महिलाओं को डिलीवरी के टाइम पता चलता है, तो कुछ को बाद के महीनों में हलचल महसूस होने पर अहसास होता है।
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में क्या करना चाहिए?
अगर आपको अपनी बॉडी में असामान्य सिंप्टम्स फील हो रहे हैं या लंबे टाइम तक शरीर में चेंजेस दिख रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं।
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी से बचने के लिए शरीर में होने वाले सिंपटम्स को इग्नोर न करें और अपनी बॉडी के साइन को ध्यान से समझें और डॉक्टर से जांच करवाएं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com