वजाइनल इंफेक्शन कितने तरह के होते हैं?

By Deepak Kumar
01 Jul 2025, 10:00 IST

वजाइनल इंफेक्शन कई तरह के होते हैं और हर प्रकार की वजह और लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्‍पताल की गाइनोकॉलोज‍िस्‍ट डॉक्टर दीपा शर्मा से बात की।

वजाइनल इंफेक्शन के प्रकार

वजाइनल इंफेक्शन के सबसे आम प्रकार हैं यीस्ट इंफेक्शन, बैक्टीरियल वेजिनोसिस, क्लैमिडिया और ट्रायकोमोनियासिस। इनका इलाज समय पर होना जरूरी है ताकि बड़ी समस्या न बने।

यीस्ट इंफेक्शन

ये सबसे आम वजाइनल इंफेक्शन है, जिसकी वजह फंगस कैंडिडा होती है। इसके कारण जलन, खुजली और पेशाब के दौरान दर्द हो सकता है। बर्थ कंट्रोल पिल्स और प्रेगनेंसी इसके मुख्य कारण माने जाते हैं।

क्लैमिडिया इंफेक्शन

यह एक यौन संचारित संक्रमण है। इसके लक्षणों में वाइट डिस्चार्ज, अधिक ब्लीडिंग, जलन और खुजली शामिल हैं। समय रहते इलाज न किया जाए तो यह प्रजनन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।

ट्रायकोमोनियासिस इंफेक्शन

यह इंफेक्शन सेक्स के दौरान ट्रांसफर होता है। इसके लक्षणों में जलन, वजाइना में सूजन और लाल चकत्ते शामिल हैं। कई बार पेशाब करने में जलन और दर्द भी महसूस हो सकता है।

अन्य संभावित इंफेक्शन

वजाइना में क्लैमिडिया और गोनोरिया जैसे संक्रमण भी हो सकते हैं। ये यौन संबंधों से फैलते हैं और समय पर इलाज न मिलने पर यह बांझपन जैसी गंभीर स्थिति पैदा कर सकते हैं।

वजाइनल हेल्थ पर क्या असर डालता है?

यौन संबंध, प्रेग्नेंसी, हार्मोनल बदलाव, सफाई की कमी और असुरक्षित संबंध वजाइना की सेहत को बिगाड़ सकते हैं। ये सभी कारण वजाइनल इंफेक्शन को जन्म दे सकते हैं और बार-बार दोहराया जा सकता है।

कब डॉक्टर से मिलना जरूरी है?

अगर वजाइना में लगातार खुजली, जलन, बदबूदार डिस्चार्ज या यौन संबंधों में दर्द महसूस हो रहा है, तो देरी न करें। ये इंफेक्शन के संकेत हैं और डॉक्टर से मिलना बेहद जरूरी है।

वजाइनल हेल्थ के लिए रोजाना सही ढंग से सफाई करें। हमेशा सूती अंडरवियर पहनें और पीरियड्स के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com